नयी दिल्ली, 12 दिसंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर ‘अराजकता’ फैलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लगाए गए आक्षेपों के लिए विपक्षी दलों की निंदा की।
संसद परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए राज्यसभा में सदन के नेता नड्डा ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस पर सदन के कामकाज में सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया।
विपक्षी गठबंधन ‘‘इंडिया’’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस) के नेताओं की ओर से बुधवार को संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर उपराष्ट्रपति के खिलाफ आरोप लगाए जाने की निंदा करते हुए नड्डा ने कहा, ‘‘खरगे जी एक वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि सभापति का निर्णय अंतिम और निर्विवाद है। सदन के बाहर इस तरह के आरोप लगाना निंदनीय है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसकी निंदा करते हैं।’’
‘इंडिया’ के घटक दलों ने उपराष्ट्रपति धनखड़ को हटाने के लिए नोटिस देने के एक दिन बाद बुधवार को आरोप लगाया कि राज्यसभा के सभापति अपनी अगली पदोन्नति के लिए सरकार के प्रवक्ता बनकर काम कर रहे हैं और उनके आचरण ने देश की गरिमा को बहुत नुकसान पहुंचाया है।
विपक्षी दलों के नेताओं ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि धनखड़ से कोई निजी दुश्मनी नहीं है, लेकिन संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए उन्हें नोटिस देने का कदम उठाना पड़ा।
नड्डा ने कहा, ‘‘खरगे जी को सदन में बोलने के लिए पर्याप्त अवसर दिया गया है, यह ऑन रिकॉर्ड है कि उन्होंने इनकार कर दिया ... उन्हें सभापति के कक्ष में आने के लिए भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने जाने से इनकार कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि कांग्रेस सदन में सहयोग नहीं करना चाहती। वे लोकतांत्रिक और संसदीय प्रणाली में विश्वास नहीं करते हैं और वे अराजकता लाने की कोशिश कर रहे हैं।’’
नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ऐसी स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रही है जहां संसद में काम करना मुश्किल हो जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह हास्यास्पद है कि वे संसदीय परंपराओं की दुहाई दे रहे हैं।’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस, अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस के साथ पार्टी के संबंधों पर उठाए जा रहे सवालों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने मांग की कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए।
नड्डा ने इससे पहले राज्यसभा में कमोबेश यही आरोप विपक्षी दलों पर लगाए, जिसके कारण सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप का दौर चला और हंगामे की वजह से उच्च सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
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