Punjab: पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- Congress ने मुझ पर भरोसा नहीं करके अपने हितों को नुकसान पहुंचाया
अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने उन पर भरोसा नहीं करके और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे ‘अस्थिर व्यक्ति’ के हाथों में पार्टी को देकर अपने ही हितों को नुकसान पहुंचाया है. रावत ने बुधवार को कहा था कि ऐसा लगता है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘अपने अंदर के धर्मनिरपेक्ष अमरिंदर को मार दिया है.’
चंडीगढ़: पंजाब (Punjab) के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने कांग्रेस (Congress) महासचिव हरीश रावत (Harish Rawat) के उस बयान के लिए उन पर बृहस्पतिवार को निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि ऐसा लगता है कि सिंह ने ‘‘अपने अंदर के धर्मनिरपेक्ष अमरिंदर को मार दिया है.’' सिंह ने रावत को नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के भाजपा (BJP) से कांग्रेस में आने तथा पार्टी के महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) के साथ गठबंधन की याद दिलाई. Punjab Election 2022: बीजेपी ने की कैप्टन अमरिंदर सिंह की तारीफ, बताया देशभक्त, चुनाव में गठबंधन को तैयार
अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने उन पर भरोसा नहीं करके और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे ‘अस्थिर व्यक्ति’ के हाथों में पार्टी को देकर अपने ही हितों को नुकसान पहुंचाया है. रावत ने बुधवार को कहा था कि ऐसा लगता है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘अपने अंदर के धर्मनिरपेक्ष अमरिंदर को मार दिया है.’
इससे पहले अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वह अपनी खुद की पार्टी का गठन करेंगे और यदि केंद्र के विवादास्पद नये कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को उनके हित में सुलझा लिया गया तो वह भाजपा के साथ सीट बंटवारे पर समझौता होने की उम्मीद है.
अमरिंदर सिंह का हवाला देते हुए उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट किया, ‘‘हरीश रावत जी, धर्मनिरपेक्षता की बात करना बंद कीजिए. मत भूलिए कि कांग्रेस ने नवजोत सिंह सिद्धू को शामिल किया जो 14 साल तक भाजपा के साथ रहे. और नाना पटोले तथा रेवंत रेड्डी कहां से आएं हैं, क्या आरएसएस से नहीं आए. परगट सिंह तो चार साल तक अकाली दल के साथ थे.’’
उन्होंने रावत से सवाल किया, ‘‘और आप महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ क्या कर रहे हैं? या हरीश रावत जी आप कह रहे हैं कि जब तक कांग्रेस के मकसद हल हो रहे हों, तब तक तथाकथित सांप्रदायिक दलों के साथ शामिल होना ठीक है. यह कोरा राजनीतिक अवसरवाद नहीं है तो क्या है?’’
अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के साथ तनातनी के बीच पिछले महीने पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. अकाली दल की मदद करने के आरोपों पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने रावत से पूछा, ‘‘क्या आपको लगता है कि इसी वजह से मैं पिछले 10 साल से उनके खिलाफ अदालतों में मामले लड़ रहा हूं. और मैं 2017 से पंजाब में कांग्रेस के सारे चुनाव क्यों जीतता रहा.’’
अमरिंदर ने कहा, ‘‘पार्टी ने मुझ पर भरोसा नहीं करके और कांग्रेस को नवजोत सिंह सिद्धू के हाथों में देकर अपने ही हितों को नुकसान पहुंचाया है जो केवल खुद के लिए वफादार हैं.’’
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