कांग्रेस ने सांसदों से पुलिस के ‘दुर्व्यवहार’ की शिकायत नायडू और बिरला से की

कांग्रेस ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के दौरान विरोध जताने वाले पार्टी के सांसदों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा कथित तौर पर किए गए ‘दुर्व्यवहार’ को लेकर बृहस्पतिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से शिकायत की.

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू (Photo Credits Facebook)

नयी दिल्ली, 16 जून : कांग्रेस ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के दौरान विरोध जताने वाले पार्टी के सांसदों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा कथित तौर पर किए गए ‘दुर्व्यवहार’ को लेकर बृहस्पतिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से शिकायत की. मुख्य विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि सांसदों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ऐसा व्यवहार किया गया कि मानो वे ‘आतंकवादी’ हों. कांग्रेस ने राज्यसभा के सभापति नायडू से आग्रह किया कि वे इस मामले का संज्ञान लेकर उचित कदम उठाएं, क्योंकि सदस्यों के विशेषाधिकार का हनन हुआ है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की अगुवाई में पार्टी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिरला से मुलाकात की और उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपराष्ट्रपति नायडू से मुलाकात कर अपनी बात रखी.

बिरला से मुलाकात करने वाले कांग्रेस सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में मुख्य सचेतक कोडिकुनिल सुरेश, सांसद सप्तगिरि उल्का और कुछ अन्य सांसद शामिल थे. नायडू से मुलाकात करने वाले पार्टी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में खड़गे के अलावा चिदंबरम, वेणुगोपाल, जयराम रमेश और कुछ अन्य सांसद शामिल थे. बिरला से मुलाकात के बाद चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे ऊपर अत्याचार हुआ, इस बारे में हमने लोकसभा अध्यक्ष को बताया...पुलिसकर्मियों ने हमारे सांसदों पर हमला किया. कई सांसदों को चोट आई. थानों में भी पुलिस ने ऐसा बर्ताव किया जैसे कि हम सांसद और कांग्रेस कार्यकर्ता आतंकवादी हों.’’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से पूछताछ करने से कांग्रेस को दिक्कत नहीं है, लेकिन बदले की राजनीति नहीं होनी चाहिए. चौधरी ने कहा, ‘‘हमने कभी नहीं कहा कि राहुल गांधी जी ईडी दफ्तर नहीं जाएंगे. हमने सिर्फ यह कहा कि हमारे नेता ईडी दफ्तर जाएंगे, तो हम उनके साथ पैदल चलकर जाएंगे. लेकिन इस तानाशाह सरकार ने पूरे दिल्ली को किले में तब्दील कर दिया. सारे सांसदों और सभी कार्यकर्ताओं पर हमला बोला गया.’’

उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने कांग्रेस की कई महिला सांसदों के साथ बदसलूकी की. खड़गे की अगुवाई में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने नायडू से मुलाकात कर उन्हें पत्र सौंपा, जिसमें पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रमों का उल्लेख किया गया. इन सांसदों ने आरोप लगाया कि गत 13,14 और 15 जून को दिल्ली पुलिस ने कई सांसदों के साथ ‘दुर्व्यवहार’ किया. उन्होंने दावा किया, ‘‘राज्यसभा सदस्यों केसी वेणुगोपाल, पी चिदंबरम, शक्ति सिंह गोहिल, प्रमोद तिवारी (नवनिर्वाचित) और जेबी मैथर के साथ धक्कामुक्की की गई, जिस कारण उनको उपचार कराना पड़ा.’’ कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों ने कहा कि यह सांसदों के विशेषाधिकार का स्पष्ट उल्लंघन है इसलिए उपराष्ट्रपति से आग्रह है कि इन घटनाओं का संज्ञान लें और इस मामले में उचित कदम उठाएं. खड़गे ने कहा, ‘‘हमने सभापति को बताया कि सांसदों को गलत तरीके से हिरासत में लिया गया. हमारे विशेषाधिकार का हनन हुआ है और ऐसे में सभापति इसका संज्ञान लें और हमारे अधिकार की रक्षा करें.’’ यह भी पढ़ें : Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में सड़क दुर्घटना, सीआरपीएफ के 8 जवान, नागरिक घायल

चिदंबरम ने कहा कि सांसदों को बिना किसी आदेश के कई घंटे तक हिरासत में रखा गया, जो उनके विशेषाधिकार का उल्लंघन है तथा इस मामले में सभापति कदम को उठाना चाहिए. उधर, कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की बैठक हुई, जिसमें राहुल गांधी से शुक्रवार को फिर होने वाली ईडी की पूछताछ को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की गई. प्रवर्तन निदेशालय ने ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के एक मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से लगातार तीसरे दिन बुधवार को करीब आठ घंटे तक पूछताछ की और इस दौरान उनसे ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (एजेएल) और इसका स्वामित्व रखने वाली कंपनी ‘यंग इंडियन’ से जुड़े निर्णयों में उनकी ‘निजी भूमिका’ के बारे में सवाल-जवाब किए. ईडी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को शुक्रवार को चौथी बार पूछताछ के लिए तलब किया है.

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