देहरादून, 25 दिसंबर उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान का नेतृत्व करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की मंजूरी के साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को ढोल पीटते हुए यहां पहुंचे।
रावत के काफिले में उनकी कार की छत पर ड्रम रखा गया था। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के महासचिव मथुरा दत्त जोशी के अनुसार रावत का यह काफिला झबरेड़ा, मंगलौर, रुड़की, लक्सर, रानीपुर, हरिद्वार, ऋषिकेश, डोईवाला, रायपुर और धर्मपुर सहित 10 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरा।
रावत ने अपनी भाव भंगिमा से आत्मविश्वास प्रदर्शित किया और कई मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोला। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी रावत के साथ थे। यहां पहुंचने के तुरंत बाद रावत ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें राहुल गांधी ने राज्य में पार्टी के अभियान का नेतृत्व करने के लिए कहा है, जिसमें हर कोई उनकी सहायता करेगा।
उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई को लेकर भी भाजपा पर हमला किया और कहा कि भगवा पार्टी को बेनकाब करने के लिए ‘‘भाजपाई ढोल की पोल खोल’’ नाम से उनका अभियान अब पूरे जोर शोर से चलाया जाएगा और वह भाजपा की ‘‘नाकामियों’’ को सामने लाने के लिए कई चुनावी बैठकें करेंगे।
हाल में रावत ने ट्वीट कर पार्टी नेताओं के असहयोग के कारण संगठन को लेकर अपनी नाखुशी व्यक्त की थी, जिसके बाद पीसीसी के शीर्ष पदाधिकारियों को आलाकमान ने दिल्ली बुलाया था।
रावत, गोदियाल, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रीतम सिंह और उत्तराखंड में पार्टी मामलों के एआईसीसी प्रभारी देवेंद्र यादव दिल्ली गए थे और उन्होंने राहुल गांधी के साथ बैठक की, जिन्होंने रावत को खुली छूट देते हुए मामले को सुलझा लिया।
नाम नहीं छापने का अनुरोध करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने यहां कहा कि यादव के बहुत अधिक हस्तक्षेप करने से रावत नाराज थे।
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