इंदौर, 31 मई: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में पुलिस ने नोटबंदी के साढ़े चार साल बाद चौंकाने वाले मामले में 3.76 लाख रुपये के चलन के बाहर हुए नोट बरामद कर पांच लोगों को सोमवार को गिरफ्तार किया. अपराध निरोधक शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) गुरुप्रसाद पाराशर (Gurprasad parashar) ने बताया कि इन लोगों को मुखबिर की सूचना पर जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर मानपुर क्षेत्र में एक खेत से पकड़ा गया. वे खंडवा और धार जिलों के रहने वाले हैं. यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh: बरेली में दुर्गा मंदिर में लटका मिला नाबालिग पुजारी
एएसपी ने बताया कि इनके पास चलन से बाहर हो चुके 500 और 1,000 रुपये के कुल 3.76 लाख रुपये के विमुद्रीकृत नोट मिले. पाराशर ने बताया, "पूछताछ में आरोपी इस सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके कि उनके पास बंद नोटों की यह खेप कहां से आई? वे अजीबो-गरीब बहाना बनाने लगे कि वे बंद नोटों को काले जादू के जरिए 500 रुपये के वर्तमान में प्रचलित नोटों से बदलना चाहते थे."
देखें ट्वीट:
Madhya Pradesh | 5 people were arrested with demonetised notes with a face value of Rs 3.76 lakhs in Indore. The main accused is said to be a practitioner of black magic &had promised other accused to turn the notes into new currency: Indore Crime Branch Addl SP G Parashar(31.05) pic.twitter.com/dXAkYLdgPm
— ANI (@ANI) May 31, 2021
एएसपी ने बताया कि जांच के जरिए पता लगाया जा रहा है कि आरोपियों ने बंद नोटों की खेप किन लोगों से हासिल की थी और वे इसका क्या उपयोग करने जा रहे थे? बहरहाल, बंद नोटों की बड़ी खेपें इंदौर जिले में पहले भी पकड़ी जा चुकी हैं. लेकिन कानून प्रवर्तन एजेंसियां अब तक खुलासा नहीं कर सकी हैं कि 500 और 1,000 रुपये के बंद नोटों को नए नोटों से बदलने के गोरखधंधे में कौन लोग शामिल हैं और विमुद्रीकरण को लंबा समय बीत जाने के बावजूद वे बंद नोटों को आखिर किस तरह खपाते हैं? बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट बंद किये जाने की घोषणा की थी.
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