नयी दिल्ली, 14 नवंबर भारत में होने वाले आयात के लिए चीन प्रमुख स्रोत है। चीन से आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान सालाना आधार पर 9.8 प्रतिशत बढ़कर 65.89 अरब डॉलर रहा है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, हालांकि इस दौरान चीन को निर्यात 9.37 प्रतिशत घटकर आठ अरब डॉलर रहा।
इस दौरान अमेरिका शीर्ष निर्यात गंतव्य रहा। अमेरिका को भारत का निर्यात आलोच्य अवधि में 6.31 प्रतिशत बढ़कर 47.24 अरब डॉलर रहा।
आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान भारत के आयात के शीर्ष 10 स्रोत चीन, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, इराक, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, कोरिया, स्विट्जरलैंड और सिंगापुर रहे।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान रूस से आयात 8.85 प्रतिशत बढ़कर 38.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले 35.65 अरब डॉलर था।
इसी तरह, यूएई से आने वाला आयात 55.12 प्रतिशत बढ़कर 38.64 अरब डॉलर रहा। पिछले वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में यह 24.9 अरब डॉलर था।
इस अवधि के दौरान, देश के शीर्ष 10 निर्यात गंतव्य अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, नीदरलैंड, ब्रिटेन, चीन, सिंगापुर, सऊदी अरब, बांग्लादेश, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया रहे।
यूएई को निर्यात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 15.86 प्रतिशत बढ़कर 20.93 अरब डॉलर रहा। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 18 अरब डॉलर था।
वित्त वर्ष 2023-24 में, अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार था। उसके बाद चीन का स्थान था।
आंकड़ों के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात से आयात अक्टूबर में 70.37 प्रतिशत उछलकर 7.18 अरब डॉलर हो गया, जबकि निर्यात 43.32 प्रतिशत बढ़कर 3.72 अरब डॉलर रहा। भारत का यूएई के साथ मुक्त व्यापार समझौता है।
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