तिरुवनंतपुरम, आठ दिसंबर निर्दलीय विधायक पी.वी. अनवर ने रविवार को आरोप लगाया कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उनके नवगठित समूह को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) का हिस्सा बनने नहीं दिया।
अनवर ने इस बात को स्वीकार किया कि इस संबंध में द्रमुक नेतृत्व के साथ उनकी चर्चा हुई थी और दावा किया यह प्रयास इसीलिए कामयाब नहीं हो पाया क्योंकि मुख्यमंत्री विजयन ने सीधे तौर पर मामले में हस्तक्षेप किया तथा तमिलनाडु के अपने समकक्ष एम.के. स्टालिन से कहा कि वे उनके समूह को अपनी पार्टी में शामिल न करें।
अनवर ने आरोप लगाया कि विजयन के हस्तक्षेप के कारण द्रमुक के साथ उनके संबंध खराब हो गए हैं।
नीलांबुर विधायक ने दावा किया कि विजयन ने इस मुद्दे को व्यक्तिगत मामला बताते हुए स्टालिन के सामने रखा था और इस संबंध में उनसे कई बार संपर्क भी किया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद माकपा के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) को छोड़ने वाले अनवर कथित तौर पर अपने समूह‘डेमोक्रेटिक मूवमेंट ऑफ केरल’ को तृणमूल कांग्रेस का हिस्सा बनाने के लिए उसके साथ बातचीत कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में निर्दलीय विधायक ने कहा कि वे टीएमसी सहित राष्ट्रीय स्तर पर तीन-चार राजनीतिक दलों के साथ चर्चा कर रहे हैं।
अनवर ने शनिवार को कहा, ‘‘हमने (टीएमसी को) एक प्रस्ताव दिया है और वे इस पर विचार कर रहे हैं। एक राष्ट्रीय पार्टी का हिस्सा बनना हमारे लिए भी एक जिम्मेदारी है।’’
उन्होंने कहा कि अगर उनका संगठन तृणमूल के साथ हाथ मिलाता है तो दक्षिणी राज्य में ‘‘एक मजबूत कम्युनिस्ट विरोधी रुख’’ अपनाया जाएगा।
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