नयी दिल्ली, 12 दिसंबर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मंगलवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के इशारे पर ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं ने एक दिन पहले उनकी कार पर हमला किया था।
राज्यपाल ने इस हमले का कारण राज्य सरकार की वित्तीय हालत पर एक रिपोर्ट मांगे जाने को बताया।
खान ने तिरुवनंतपुरम में हुई घटना के एक दिन बाद केरल भवन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सरकार राज्यपाल के हर सवाल का जवाब देने के लिए बाध्य नहीं है। वह जवाब नहीं दें। मैं 10 दिन तक इंतजार करूंगा। और फिर, यदि राज्य संकट में है, तो यह मेरा कर्तव्य है कि मैं केंद्र सरकार को अपनी सिफारिश करूं।’’
उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव ने उच्च न्यायालय में दाखिल हलफनामे में कहा है कि केरल सरकार कर्मचारियों की पेंशन देने की स्थिति में भी नहीं है।
राज्यपाल ने कहा, ‘‘इसका मतलब राज्य में वित्तीय आपातकाल लगाने की जरूरत है। और मैंने एक रिपोर्ट मांगी है।’’
खान ने दावा किया कि उच्च न्यायालय में मुख्य सचिव के हलफनामे के बाद उन्होंने केरल की वित्तीय स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है, जिस कारण राज्य सरकार उनसे ‘‘इतनी नाराज’’ है।
माकपा से संबद्ध एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने उस वक्त केरल के राज्यपाल की कार को कथित तौर पर टक्कर मार दी, जब वह दिल्ली जाने के लिए तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जा रहे थे।
खान ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने ही यह साजिश (उन पर हमले की) रची थी। तीन दिन पहले उन्होंने एक सार्वजनिक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल छात्रों को उकसा रहे हैं। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि मैं कैसे उन्हें (छात्रों को) उकसा रहा हूं।’’
केरल भवन में खान से मिलने के बाद, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने सोमवार की घटना को लेकर वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की आलोचना की और कहा कि यह केरल में कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है।
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