कांकेर, चार दिसंबर छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को मतदान होगा। इस सीट के लिए सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के अंतर्गत भानुप्रतापपुर क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी की 16 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी, तब से यह सीट रिक्त है।
निर्वाचन अधिकारियों ने रविवार को बताया, "पांच दिसंबर को भानुप्रतापपुर में स्वतंत्र और निष्पक्ष उपचुनाव कराने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। मतदान सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक होगा। वोटों की गिनीत आठ दिसंबर को होगी।"
अधिकारियों ने बताया कि उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को होने वाले मतदान में क्षेत्र के एक लाख 95 हजार 822 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 95 हजार 266 पुरूष मतदाता, एक लाख 555 महिला मतदाता और एक तृतीय लिंग मतदाता शामिल है।
उन्होंने बताया कि भानुप्रतापपुर विधानसभा उप निर्वाचन के लिए कुल 256 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें से 82 मतदान केन्द्र नक्सल संवेदनशील और 17 मतदान केंद्र अति नक्सल संवेदनशील हैं। राजनीतिक रूप से संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 23 है।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में रविवार सुबह मतदान दलों को उनके संबंधित मतदान केंद्रों पर भेजने का काम शुरू हो गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान के लिए अर्धसैनिक बलों सहित लगभग 2500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
उपचुनाव के लिए सात उम्मीदवार मैदान में हैं। हालांकि सत्ताधारी दल कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा के बीच सीधी लड़ाई की संभावना है।
इस सीट से कांग्रेस ने दिवंगत विधायक की पत्नी सावित्री मंडावी को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा के उम्मीदवार पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम हैं।
वहीं बस्तर में आदिवासियों की संस्था सर्व आदिवासी समाज ने भी अपना उम्मीदवार अकबर राम कोर्राम को चुनाव के लिए मैदान में उतारा है। कोर्राम निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। कोर्राम भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। वह 2020 में पुलिस उप महानिरीक्षक के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे।
इस उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अपनी पार्टी की ओर से तथा प्रचार किया तथा भाजपा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रचार किया।
चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने भाजपा के उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम पर आरोप लगाया कि वह झारखंड में एक बलात्कार मामले में आरोपी हैं।
कांग्रेस ने दावा किया है कि नेताम 2019 में पड़ोसी राज्य झारखंड के जमशेदपुर के टेल्को पुलिस थाने में दर्ज एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के मामले में आरोपी है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नेताम को पार्टी का उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने संदेश दिया कि वह ऐसे अपराधियों को संरक्षण देने में सबसे आगे है।
झारखंड से पुलिस का एक दल हाल ही में इस मामले की जांच के लिए यहां पहुंचा था।
भाजपा ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि उपचुनाव में हार की आशंका जताते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झारखंड सरकार के साथ नेताम को बदनाम करने की साजिश रची है।
कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान विकास के कार्यों का हवाला दिया और कहा कि पार्टी ने आदिवासियों के हित में लगातार काम किया है ।
वहीं भाजपा ने इस दौरान कांग्रेस सरकार पर आदिवासियों के आरक्षण अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
राज्य में वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद चार उप चुनाव हुए और सभी में कांग्रेस की जीत हुई है।
राज्य विधानसभा के 90 सीटों में से वर्तमान में कांग्रेस के 70, भारतीय जनता पार्टी के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के तीन तथा बहुजन समाज पार्टी के दो विधायक हैं। वहीं एक सीट रिक्त है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)