देश की खबरें | छत्तीसगढ़: पहली कक्षा की छात्रा से बलात्कार, आरोपी गिरफ्तार, छात्रावास अधीक्षिका पर भी मामला दर्ज

सुकमा (छत्तीसगढ़), 27 जुलाई छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के सरकारी आवासीय विद्यालय में पहली कक्षा की छात्रा से बलात्कार के मामले पुलिस ने बृहस्पतिवार को 35 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को अपराध की सूचना देने में कथित तौर पर देरी करने के आरोप में पुलिस ने आश्रम (छात्रावास) अधीक्षिका को भी गिरफ्तार कर लिया है।

उन्होंने बताया कि जिले के एर्राबोर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक पोटा केबिन छात्रावास में 22 जुलाई (शनिवार) की रात छह वर्षीय छात्रा से बलात्कार की घटना हुई थी।

सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक किरण जी चव्हाण ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने बच्ची से बलात्कार के आरोप में आवासीय विद्यालय की चपरासी के पति माडवी हिडमा उर्फ राजू को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस को जब मामले की जानकारी मिली तब सोमवार (24 जुलाई) को भारतीय दंड संहिता और लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।

उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल के नेतृत्व में आठ सदस्यीय एक दल का गठन किया गया था।

चव्हान ने बताया, ‘‘50 से अधिक व्यक्तियों से पूछताछ, कई मोबाइल और टावर डंप डेटा के विश्लेषण तथा अपराध स्थल की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। बालिका ने भी आरोपी की पहचान की है।’’

पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिडमा कथित तौर पर अपनी पत्नी के साथ आश्रम में रह रहा था। बालिका छात्रावास में पुरूषों को रहने की अनुमति नहीं है तथा वह वहां का कर्मचारी भी नहीं है। छात्रावास में 429 छात्राएं रहती हैं।

चव्हाण ने कहा कि जांच में यह भी पता चला कि छात्रावास अधीक्षिका हीना (36) ने कथित तौर पर उचित समय पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को मामले की सूचना नहीं दी, इसलिए उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्होंने और महिला पुलिस अधिकारियों ने आवासीय विद्यालय की अन्य लड़कियों से बात की है तथा पूछा है कि क्या उन्हें भी ऐसी ही किसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अब तक ऐसी कोई शिकायत सामने नहीं आई है।

पोटा केबिन राज्य के बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित गांवों में स्थापित पूर्व-निर्मित संरचना वाले आवासीय विद्यालय हैं। इसमें सुकमा जिले के गांव भी शामिल हैं।

राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार की आलोचना की है तथा आरोप लगाया है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो गई है।

भाजपा ने पार्टी की महिला विधायक रंजना साहू की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है। समिति में पार्टी के अन्य ने भी शामिल हैं।

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