जयपुर, 20 जनवरी राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को कहा कि सनदी लेखाकार (चार्टर्ड अकाउंटेंट) आमजन को आर्थिक, व्यावसायिक एवं कराधान संबंधी नियम-कानूनों के प्रति जागरूक करने का कार्य करें, ताकि आर्थिक अपराधों और भ्रष्टाचार के मामलों में कमी आ सके।
राज्यपाल शुक्रवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) की राष्ट्रीय कांफ्रेंस 'श्रेयान-2023' के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) ऐसा सम्मानित और प्रतिष्ठित पेशा है, जो सही मायने में अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
मिश्र ने कहा कि सीए पेशेवर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर नियोजन, लेखा, अंकेक्षण आदि विशिष्ट कार्यों को प्रभावी ढंग से पूरा कर देश के आर्थिक विकास में निरंतर योगदान कर रहे हैं।
राज्यपाल ने कहा कि सीए छोटे-बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, संस्थाओं और व्यक्तियों की आर्थिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियों का बारीकी से अंकेक्षण कर उन्हें कानून के अनुपालन के लिए तो प्रेरित करते ही हैं, साथ ही देश के अर्थ तंत्र को दुरस्त रखने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने सीए पेशेवरों का आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में धन के पारदर्शी ढंग से जनहित में समुचित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए कार्य करें।
मिश्र ने कहा, “देश इस वर्ष जी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है और आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर मजबूती से कदम बढ़ा रहा है। ऐसे समय में प्रत्यक्ष कर नियोजन, जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) अनुपालन एवं ऑडिट सहित वित्तीय प्रबंधन के विभिन्न आयामों में सूचना प्रौद्योगिकी और आधुनिक तकनीक का अधिकाधिक उपयोग कर इन्हें आसान बनाने के लिए भी सीए पेशेवर प्रयास करें।”
कार्यक्रम में कांफ्रेंस निदेशक श्री प्रकाश शर्मा ने बताया कि आईसीएआई अब नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत वाणिज्य एवं लेखा के स्कूल स्तरीय पाठ्यक्रमों को अद्यतन करने के लिए सुझाव दे रहा है। उन्होंने संस्थान की कार्यप्रणाली और गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी।
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