देश की खबरें | चंद्रशेखर का उगाही रैकेट मामला: रोहिणी जेल के नौ कर्मियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

नयी दिल्ली, 20 सितंबर रोहिणी जेल के नौ कर्मचारियों के खिलाफ ठग सुकेश चंद्रशेखर की सलाखों के पीछे से उगाही रैकेट चलाने में मदद करने को लेकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।

अधिकारियों ने बताया कि एक जेल अधीक्षक, तीन उपाधीक्षकों, दो सहायक अधीक्षकों, एक हेड वार्डर और दो वार्डर को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा क्योंकि आंतरिक जांच में उनकी ओर से लापरवाही सामने आयी है।

जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, आंतरिक जांच में पता चला है कि चंद्रशेखर जेल कर्मियों की मदद से एक मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था। उन्होंने बताया कि इसमें यह भी पता चला है कि वह चादरों का इस्तेमाल पर्दे के तौर पर भी कर रहा था ताकि वह कैमरे में कैद न हो जाए।

इस सिलसिले में रोहिणी जेल के छह अधिकारियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।

चुनाव आयोग रिश्वत मामले में अप्रैल 2017 में यहां एक होटल से गिरफ्तार होने के बाद चंद्रशेखर तिहाड़ जेल में बंद था। आरोप लगाया गया था कि उसने अन्नाद्रमुक के चुनाव चिन्ह संबंधी विवाद के सिलसिले में चुनाव आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए अन्नाद्रमुक (अम्मा) के नेता टी टी वी दिनाकरण से पैसे लिए थे।

हाल ही में, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति सिंह से कथित तौर पर 200 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में चंद्रशेखर और उसकी साथी एवं अभिनेत्री लीना मारिया पॉल सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया था।

अदिति सिंह ने दावा किया था कि उन्हें पिछले साल जून में एक व्यक्ति का फोन आया था, जिसने खुद को कानून मंत्रालय का एक वरिष्ठ अधिकारी बताया था और उसने पैसे के बदले उनके पति के लिए जमानत में मदद करने की पेशकश की थी, जो उस समय जेल में थे। इस आरोप के बाद 7 अगस्त को एक मामला दर्ज किया गया था।

चंद्रशेखर ने अदिति सिंह को फोन किया और उसे अगस्त में गिरफ्तार कर लिया गया। घटना के वक्त चंद्रशेखर रोहिणी जेल में बंद था और सलाखों के पीछे से उगाही रैकेट चला रहा था।

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