चंडीगढ़, 19 सितंबर पंजाब के मोहाली स्थित चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की कई छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए जाने के आरोपों की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच का जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा भरोसा दिलाए जाने के बाद छात्रों ने सोमवार तड़के अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
विश्वविद्यालय ने सोमवार को लापरवाही के आरोप में दो वार्डन को निलंबित कर दिया और 24 सितंबर तक अवकाश की घोषणा कर दी।
विश्वविद्यालय के सूत्रों ने बताया कि छात्रावास के समय एवं छात्रों की अन्य मांगों संबंधी मामलों को सुलझाने के लिए छात्रों और वरिष्ठ पदाधिकारियों की एक संयुक्त समिति का गठन किया गया है।
मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक शील सोनी ने कहा, ‘‘उन्होंने (छात्रों ने) रविवार देर रात करीब डेढ़ बजे प्रदर्शन समाप्त किया।’’
उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि मामले में जांच के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की अगुवाई में एक विशेष जांच दल गठित किया जाएगा।
विश्वविद्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘हम हमेशा अपने छात्रों के साथ हैं, भले ही उनकी अकादमिक महत्वाकांक्षाओं की बात हो या उनकी सुरक्षा एवं कल्याण का मामला हो। हम अपने छात्रों के प्रति अपनी इस प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।’’
एक छात्रा द्वारा छात्रावास की कई छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए जाने के आरोपों को लेकर शनिवार रात छात्रों ने प्रदर्शन शुरू किया था। कुछ छात्रों का आरोप है कि वीडियो लीक किए गए हैं।
पुलिस ने कहा था कि ऐसा लगता है कि 23 वर्षीय आरोपी छात्रा ने केवल अपना एक वीडियो उस युवक के साथ साझा किया, जिसे उसका प्रेमी बताया जा रहा है तथा किसी अन्य छात्रा का कोई आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला है।
आरोपी छात्रा को पंजाब से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश से 23 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार करके पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार छात्रा का मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिये जब्त कर लिया गया है और किसी छात्रा के आत्महत्या की कोशिश करने का मामला सामने नहीं आया है और इस मामले में किसी की मौत नहीं हुई है।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने भी उन खबरों को “झूठी एवं निराधार” बताकर खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया गया था कि विश्वविद्यालय के छात्रावास में कई छात्राओं के वीडियो बनाए गए और सोशल मीडिया पर साझा किए गए तथा कई छात्राओं ने इस प्रकरण के बाद आत्महत्या का प्रयास किया।
विश्वविद्यालय परिसर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने रविवार शाम को फिर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों में से कुछ ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों पर घटना को “दबाने” का आरोप लगाया।
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