भाजपा और आप के विरोध प्रदर्शन के कारण बड़े पैमाने पर बैरिकेडिंग से मध्य दिल्ली जाम
भ्रष्टाचार और चंडीगढ़ में हुये महापौर पद के चुनाव को कथित गड़बड़ी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर एक दूसरे से कुछ सौ मीटर पर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सड़कों पर बड़े पैमाने पर बैरिकेड लगा दिये गये और पुलिसकर्मियों की बड़ी संख्या में तैनाती की गयी ।
नयी दिल्ली, 2 फरवरी: भ्रष्टाचार और चंडीगढ़ में हुये महापौर पद के चुनाव को कथित गड़बड़ी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर एक दूसरे से कुछ सौ मीटर पर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सड़कों पर बड़े पैमाने पर बैरिकेड लगा दिये गये और पुलिसकर्मियों की बड़ी संख्या में तैनाती की गयी.
आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा मुख्यालय के सामने चंडीगढ़ के महापौर चुनाव में ‘धोखाधड़ी’ के खिलाफ जबकि भाजपा ने अरविंद केजरीवाल सरकार में व्याप्त ‘भ्रष्टाचार’ के खिलाफ एक दूसरे के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन की योजना बनाई थी. पंडित दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) मार्ग पर बहुस्तरीय बैरिकेड्स और पुलिसकर्मियों की भारी मौजूदगी के कारण हालांकि दोनों दलों के कार्यकर्ता और नेता अपने-अपने विरोध स्थलों तक नहीं पहुंच सके. दोनों दलों के कार्यालयों के बीच महज 800 मीटर की दूरी है.
पुलिस ने कहा कि सिर्फ मध्य दिल्ली में ही नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगी राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर भी ‘‘विस्तृत इंतजाम’’ किए गए हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘हरियाणा से सिंघू सीमा होते हुये दिल्ली में प्रवेश करने वाले आम आदमी पार्टी के कम से कम 27 कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने रोक लिया. प्रदर्शनकारियों को नरेला औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने में ले जाया गया. सत्यापन के कुछ घंटों बाद हिरासत में लिये गये लोगों को छोड़ा जायेगा.’’
इस बीच, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि न केवल उसके कार्यकर्ताओं को, बल्कि विधायकों और पार्षदों सहित उसके कुछ नेताओं को विरोध प्रदर्शन में भाग लेने से रोकने के लिए घर में नजरबंद कर दिया गया अथवा हिरासत में ले लिया गया. दिल्ली सरकार के मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने संवाददाता सम्मेलन में यहां कहा, ‘‘दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल और उप महापौर आले मोहम्मद इकबाल को घर में नजरबंद कर दिया गया है। राजौरी गार्डन, बिजवासन, छतरपुर और कृष्णा नगर के विधायक तथा लक्ष्मीनगर, बादली, त्रिनगर, मोती नगर एवं तिमारपुर के पार्षदों को भी उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस को इस मामले में स्पष्टीकरण देना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस का काम कानून व्यवस्था बनाए रखना है न कि अराजकता फैलाना. जिस तरह पुलिस लोगों को गिरफ्तार कर रही है और रोक रही है, ऐसा लगता है जैसे वे लोगों को अराजकता फैलाने के लिए उकसा रहे हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक ‘‘अप्रत्याशित स्थिति’’ है.
पार्टी कार्यालय में विरोध प्रदर्शन के दौरान मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि अगर वह चंडीगढ़ महापौर के चुनाव में ‘‘धांधली’’ कर सकती है, तो वह विधानसभा और लोकसभा चुनावों में किसी भी हद तक जा सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी चंडीगढ़ के महापौर चुनाव में वोट ‘चोरी’ करते हुए कैमरे पर पकड़ी गई.
चंडीगढ़ में महापौर, वरिष्ठ उप महापौर और उप महापौर के पदों के लिए मंगलवार को हुए चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस-आप गठबंधन को हराकर सभी पदों पर जीत हासिल की. केजरीवाल ने प्रदर्शन के दौरान कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में, हमने सुना था कि भाजपा चुनावों में धांधली करती है। वे ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करते हैं, मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटवा देते हैं, लेकिन कभी कोई सबूत नहीं मिला। वे चंडीगढ़ में वोट चुराते हुए रंगे हाथों पकड़े गए.’’
इस विरोध प्रदर्शन में पंजाब के मुख्यमंत्री और आप नेता भगवंत मान भी शामिल हुए. इससे पहले दिन में, ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में केजरीवाल ने कहा था, ‘‘चंडीगढ़ महापौर चुनाव में पहले वोट चोरी हुए थे. अब, इसके खिलाफ शांतिपूर्वक विरोध करने आ रहे लोगों को दिल्ली भर में विभिन्न स्थानों पर रोका जा रहा है.’’ वहीं भाजपा नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अपनी पार्टी के कार्यालय के सामने झंडे लहराते हुए और केजरीवाल की आलोचना करने वाली तख्तियां और पोस्टर लेकर एकत्र हुए.
भाजपा ने केजरीवाल और उनकी सरकार पर हमला बोलते हुये उन पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया और दिल्ली के मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ‘‘केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार का पर्याय बन गई है। हर दिन सरकार का एक घोटाला लोगों के सामने उजागर हो रहा है.’’ विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा उपायों और मार्ग परिवर्तन के कारण मध्य दिल्ली क्षेत्र में भारी यातायात जाम हो गया, जिससे यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.
अधिकारियों ने बताया कि दीन दयाल उपाध्याय मार्ग की ओर जाने वाले सड़कों को सुबह से ही बंद कर दिया गया था और भाजपा तथा आप कार्यालयों के समक्ष बैरिकेड्स लगाये गये. डीडीयू मार्ग और इसकी ओर जाने वाली सड़कों के साथ-साथ जीटी करनाल रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-24 और अक्षरधाम-नोएडा लिंक रोड जैसे अन्य प्रमुख हिस्सों पर यातायात प्रभावित हुआ. आप कार्यालय के आसपास के दृश्य के बारे में बताते हुए गोपाल राय ने कहा कि इसे पुलिस ने ‘किले’ में बदल दिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि यह पुलिस द्वारा किया गया विरोध प्रदर्शन है. कई जगहों पर हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. हम शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं. आप द्वारा पहले भी कार्यक्रम और विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए हैं लेकिन पुलिस द्वारा इतनी बड़ी तैनाती कभी नहीं की गयी. ’’ आप नेता दुर्गेश पाठक ने दावा किया कि दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय को घर में नजरबंद कर दिया गया और ऐसा लग रहा है जैसे भाजपा ने दिल्ली को ‘जेल’ में बदल दिया है.
इससे पहले ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी ने कहा, ‘‘पूरी दिल्ली में भारी बैरिकेडिंग. आप स्वयंसेवकों से भरी बसों को हिरासत में लिया जा रहा है. सैकड़ों अर्धसैनिक बल आप कार्यालय के बाहर हैं. उन्होंने पूछा, ‘‘भाजपा चंडीगढ़ महापौर चुनाव को लेकर विरोध से इतनी डरी हुई क्यों है.’’ कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो बयान में पूछा कि क्या भाजपा केजरीवाल से डरी हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘पूरे देश ने देखा कि कैसे चंडीगढ़ महापौर चुनाव में भाजपा ने वोट चुराए.’’
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