नयी दिल्ली, 24 जून : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि रुपये में तेज उतार-चढ़ाव नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि हाल के समय में अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपये की विनिमय दर में गिरावट सबसे कम रही है. ‘वैश्विक स्तर पर संकट का प्रभाव और भारतीय अर्थव्यवस्था’ विषय पर आयोजित संवाद सत्र में पात्रा ने कहा कि भारत के पास करीब 600 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है जो काफी अधिक है और यही वजह है कि रुपये की विनिमय दर में बहुत अधिक गिरावट नहीं आई.
उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्री के कार्यक्रम में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने कहा, ‘‘हम इसकी (रुपये की) स्थिरता के लिए प्रयास करेंगे और यह प्रक्रिया लगातार चल रही है.... हम अव्यवस्थित तरीके से उतार-चढ़ाव नहीं होने देंगे, निश्चित ही बहुत तेजी से उतार-चढ़ाव नहीं होने देंगे....’’ यह भी पढ़ें : अधिकांश भारतीय चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे को पद छोड़ देना चाहिए- सर्वे
पात्रा ने कहा कि यदि रुपये की विनिमय दर में कमी को देखेंगे तो पाएंगे कि यह उन मुद्राओं में शामिल है जिनमें दुनिया में मूल्य ह्रास सबसे कम हुआ है. इसका कारण इसके पीछे 600 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा भंडार की ताकत है. बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने रिकॉर्ड निचले स्तर 78.32 पर बंद हुआ था. हालांकि शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में यह डॉलर के मुकाबले 12 पैसे चढ़कर 78.20 पर खुला.