नयी दिल्ली, 26 जुलाई केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुग्राम में एक कॉलसेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 43 संदिग्ध साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो कथित तौर पर विदेशियों को उनके कंप्यूटर की समस्याओं के तकनीकी समाधान की पेशकश कर ठगते थे। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने गुरुग्राम के डीएलएफ साइबर सिटी में स्थित ‘इनोसेंट टेक्नोलॉजी (ओपीसी) प्राइवेट लिमिटेड’ के कार्यालय पर छापा मारा, जहां केंद्रीय एजेंसी ने कई एजेंट को विदेशियों को ठगने के इरादे से ‘लाइव कॉल’ करते हुए पाया।
सीबीआई ने कहा, ‘‘दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा में सात स्थानों पर तलाशी ली गई। यह पता चला कि इस नेटवर्क में साइबर आधारित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय अपराधों को अंजाम देने में अलग-अलग सेंटर समन्यव के साथ काम कर रहे थे और इस संबंध में मुख्य रूप से उन्हें गुरुग्राम के डीएलएफ साइबर सिटी से संचालित कॉल सेंटर से निर्देश मिलता था। अब तक 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।’’
सीबीआई इस संबंध में सुराग हासिल करने और आगे की कार्रवाई के लिए इंटरपोल के माध्यम से एफबीआई एवं कई देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के संपर्क में है।
ब्यूरो ने आरोप लगाया है कि निशाने पर लिये जाने वालों को अपने ‘सिस्टम’ (कंप्यूटर) में ‘मैलिसियस’ (गड़बड़ी वाले) सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने के लिए राजी किया जाता था, जिससे उनके कंप्यूटर बंद हो जाते थे।
इस केंद्रीय एजेंसी ने कहा, ‘‘इसके बाद पीड़ितों को अपने ‘सिस्टम’ को सही करने के लिए भुगतान करने के लिए कहा जाता था। यह पता चला है कि अपराध से होने वाली कमाई कई देशों से हांगकांग तक पहुंचाई गई थी।’’
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