नयी दिल्ली, 13 नवंबर म्यूचुअल फंड के प्रति निवेशकों का आकर्षण कायम है। चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में इसमें 34,765 करोड़ रुपये का पूंजी प्रवाह आया। हालांकि, पिछली तिमाही में 1.85 लाख करोड़ रुपये के पूंजी प्रवाह के मुकाबले यह काफी कम है। इसका कारण बॉन्ड खंड से पूंजी की निकासी है।
मॉर्निंगस्टार इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर संपत्ति वर्ग में जुलाई-सितंबर के दौरान शुद्ध रूप से पूंजी प्रवाह हुआ। केवल निश्चित आय यानी बॉन्ड खंड में शुद्ध रूप से पूंजी निकासी हुई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आलोच्य तिमाही में कुल मिलाकर पूंजी प्रवाह अच्छा रहा। जुलाई में शुद्ध रूप से 82,467 करोड़ रुपये का प्रवाह हुआ, जो अगस्त में कम होकर 16,180 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, सितंबर में शुद्ध रूप से 63,882 करोड़ रुपये की निकासी हुई।
मॉर्निंगस्टार के अनुसार, ‘‘पिछले कुछ साल से शुद्ध पूंजी प्रवाह में उतार-चढ़ाव रहा है। पिछले चार साल में जून तिमाही में पूंजी प्रवाह सर्वाधिक था।’’
म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) सितंबर में 46.22 लाख करोड़ रुपये रहीं, जो पिछली तिमाही से पांच प्रतिशत अधिक है।
इक्विटी खंड में पिछली 10 तिमाहियों से पूंजी प्रवाह सकारात्मक रहा है। हालांकि, इसमें उतार-चढ़ाव रहा है।
सितंबर तिमाही में शुद्ध प्रवाह 41,962 करोड़ रुपये रहा जो पिछली तिमाही में 18,358 करोड़ रुपये था।
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