ओटावा, छह जुलाई कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके देश ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ “गंभीर कार्रवाई” की है और वह ऐसा करना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि यह मानना “गलत” है कि उनकी सरकार देश में खालिस्तान समर्थकों और आतंकवादियों के प्रति नरम है।
उनकी यह टिप्पणी भारत द्वारा सोमवार को नई दिल्ली में कनाडाई राजदूत को तलब करने और कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों पर ‘डेमार्शे’ (आपत्ति जताने वाला पत्र) जारी करने के कुछ दिनों बाद आई है। उनकी यह टिप्पणी आठ जुलाई को ओटावा में भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रस्तावित खालिस्तान समर्थक रैली से दो दिन पहले आई है।
ट्रूडो ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, “वे गलत हैं। कनाडा ने हमेशा हिंसा और हिंसा की धमकियों को बेहद गंभीरता से लिया है। हमने आतंकवाद के खिलाफ हमेशा गंभीर कार्रवाई की है और हम हमेशा करेंगे।”
उनसे पिछले महीने ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाने से जुड़ी एक झांकी के बारे में पूछा गया था।
खालिस्तान समर्थकों ने ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ की 39वीं बरसी के अवसर पर एक झांकी निकाली थी जिसमें दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री को दिखाया गया था जिनके कपड़ों पर खून था। इसके साथ ही एक पोस्टर भी लगाया गया था जिस पर लिखा था, “श्री दरबार साहिब पर हमले का बदला”।
हाल ही में, कुछ वरिष्ठ भारतीय राजनयिकों को “हत्यारे” के रूप में दर्शाने वाले खालिस्तान समर्थक पोस्टर सामने आने के बाद पूरे भारत में आक्रोश है।
ट्रूडो ने कहा, “हमारा देश बेहद विविधतापूर्ण है और हमारे यहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन हम हमेशा यह सुनिश्चित करेंगे कि हम हिंसा और उग्रवाद के सभी रूपों का मुकाबला कर सकें।”
समझा जाता है कि भारत ने कनाडा के अधिकारियों से आठ जुलाई को कनाडा में भारतीय मिशन के बाहर खालिस्तान समर्थक समूहों के प्रस्तावित विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर उचित कदम उठाने को भी कहा है।
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