डॉग्स सूंघकर लगाएंगे कोरोन वायरस का पता! ब्रिटेन में उन्हें दी जा रही है खास ट्रेनिंग
मनुष्यों से संबंधित बीमारियों का सूंघकर पता लगाने में कुत्तों को सक्षम बनाने के उद्देश्य से 2008 में स्थापित ‘मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स’ नामक संगठन ने महीने के अंत में कोविड-19 से संबंधित अपनी परियोजना पर काम शुरू कर दिया।
मिल्टन कीनेस: क्या कुत्ते कोविड-19 का पता लगा सकते हैं? ब्रिटेन के एक संगठन का उत्तर ‘हां’ है, और उसने इस संबंध में कुत्तों को प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया है. मनुष्यों से संबंधित बीमारियों का सूंघकर पता लगाने में कुत्तों को सक्षम बनाने के उद्देश्य से 2008 में स्थापित ‘मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स’ नामक संगठन ने महीने के अंत में कोविड-19 से संबंधित अपनी परियोजना पर काम शुरू कर दिया. मध्य इंग्लैण्ड में मिल्टन कीनेस स्थित प्रशिक्षण कक्ष में कुत्तों को नमूनों में कोरोना वायरस का सूंघकर पता लगाने और इसे पाने के बाद संकेत देने का गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
प्रशिक्षण इस सोच पर आधारित है कि प्रत्येक बीमारी की एक विशिष्ट गंध होती है और कुत्ते गंध को पहचानने में माहिर होते हैं. यह संगठन पूर्व में कुत्तों द्वारा कैंसर, पार्किंसन और जीवाणु संक्रमण जैसे रोगों का मरीजों से लिए गए नमूनों से पता लगाने पर भी काम कर चुका है. यह भी पढ़े: कोरोना वायरस: ब्रिटेन में 24 घंटे में 596 लोगों की मौत, मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हजार के पार पहुंची
संगठन के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी क्लेयर गेस्ट ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि कुत्ते कोविड-19 का पता लगा सकते हैं और इससे बहुत तेजी से रोजाना सैकड़ों लोगों की स्क्रीनिंग की जा सकेगी जिससे कि हमें पता चल सके कि किसे आगे जांच और पृथकवास में रखे जाने की जरूरत है. ’’
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