लखनऊ, 27 सितंबर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार की सोमवार को तीखी आलोचना की और गन्ने के मूल्य में वृद्धि को चुनावी स्वार्थ बताया।
बसपा प्रमुख ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, ''भाजपा ने कल राज्य में जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिनको भी मंत्री बनाया है, बेहतर होता कि वे लोग इसे स्वीकार नहीं करते क्योंकि जब तक वे अपने-अपने मंत्रालय को समझकर कुछ करना भी चाहेंगे तब तक यहाँ चुनाव आचार संहिता लागू हो जायेगी।''
मायावती ने कहा कि इन समुदायों के विकास व उत्थान के लिए अभी तक वर्तमान सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाये हैं बल्कि इनके हितों में बसपा की सरकार ने जो भी कार्य शुरू किये थे, उनमें से भी अधिकांश को बंद कर दिया गया। सरकार के इस दोहरे चाल-चरित्र से इन वर्गों को सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
गौरतलब है कि रविवार को उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में विस्तार करते हुए जितिन प्रसाद, पलटू राम, धर्मवीर प्रजापति, छत्रपाल गंगवार, संगीता बलवंत, संजीव कुमार गौड़ और दिनेश खटिक को मंत्री पद की शपथ दिलाई। प्रसाद को कैबिनेट मंत्री जबकि अन्य को राज्य मंत्री पद की शपथ दिलायी गयी।
राज्य में जो सात नये मंत्री बने हैं विधानसभा चुनाव