रामपुर/जालंधर, 10 मई उत्तर प्रदेश, पंजाब, ओडिशा और मेघालय में बुधवार को उपचुनाव हुए। इनमें पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में 90 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश की दो और मेघालय तथा ओडिशा की एक-एक विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुआ है जबकि पंजाब में जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ।
जालंधर लोकसभा सीट पर शाम पांच बजे तक 50.27 प्रतिशत वोट पड़े जबकि उत्तर प्रदेश की स्वार और छानबे विधानसभा सीटों पर क्रमश: 41.78 फीसदी और 39.51 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं ओडिशा की झारसुगुडा विधानसभा सीट पर 68.12 और मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर 91.56 फीसदी मतदान हुआ।
जालंधर से कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी का इस साल जनवरी में ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, जिसके बाद रिक्त हुयी इस संसदीय सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।
पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप), मुख्य विपक्षी कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल(शिअद) और भारतीय जनता पार्टी के बीच दलित बहुल इस सीट पर मुकाबला चतुष्कोणीय है।
विपक्षी दलों के नेताओं ने ‘आप’ पर कई बूथ पर बाहरी लोगों को तैनात कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। हालांकि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप से इनकार किया है।
कांग्रेस उम्मीदवार करमजीत कौर चौधरी ने अपने चुनाव एजेंट के माध्यम से मुख्य निर्वाचन आयुक्त को एक पत्र लिखा, जिसमें आरोप लगाया गया कि चुनाव प्रचार के लिए निर्वाचन क्षेत्र के बाहर से आए ‘आप’ नेता और कार्यकर्ता अब भी लगभग हर गांव और वार्ड में मौजूद हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, “सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रही है और रिटर्निंग अधिकारी और सहायक रिटर्निंग अफसर द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।”
जालंधर निर्वाचन क्षेत्र में कुल 16,21,800 मतदाता हैं। इनमें से 8,44,904 पुरुष मतदाता, 7,76,855 महिला मतदाता और 41 ट्रांसजेंडर हैं।
चुनाव मैदान में कुल 19 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं जिनमें चार महिलाएं हैं।
इस सीट पर कांग्रेस से दिवंगत संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर, कांग्रेस छोड़कर ‘आप’ में आए पूर्व विधायक सुशील रिंकू और शिरोमणि अकाली दल छोड़कर भाजपा में आए दलित सिख इंद्र इकबाल सिंह अटवाल मैदान में हैं।
अटवाल पंजाब विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल के पुत्र हैं। चरणजीत सिंह अटवाल भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
अकाली दल ने अपने दो बार के विधायक सुखविंदर कुमार सुक्खी को प्रत्याशी बनाया है।
वहीं, उत्तर प्रदेश में, स्वार और छानबे विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सीधा मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच है।
अधिकारियों के मुताबिक, दोनों ही सीटों पर कुल 6.62 लाख मतदाता हैं। इनमें 3.51 लाख़ पुरूष, 3.11 लाख महिला तथा 82 अन्य मतदाता हैं।
रामपुर जिले की स्वार विधानसभा सीट के उपचुनाव में छह उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि मिर्जापुर जिले की छानबे सीट पर कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं।
पुलिस की ओर से कुछ बूथ पर लोगों को वोट डालने से रोकने के सपा के आरोपों के बीच स्वार सीट पर शाम पांच बजे तक 41.78 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि छानबे में 39.51 फीसदी वोट पड़े।
सपा ने अपने आधिकारिक पेज से किए ट्वीट में दावा किया, "रामपुर की स्वार विधानसभा के खेमपुर, रसूलपुर, फरीदपुर, समोदिया में पुलिस मतदाताओं को वोट डालने से रोक रही है। मतदाताओं को जबरन पोलिंग बूथ से वापस लौटाया जा रहा है। संज्ञान ले चुनाव आयोग। निष्पक्ष मतदान हो सुनिश्चित।"
पार्टी ने एक अन्य ट्वीट में दावा किया, "मिर्जापुर की छानबे विधानसभा सीट पर उपचुनाव के वास्ते जारी मतदान को प्रभावित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल सपा कार्यकर्ताओं को फोन करके धमका रहे हैं। कृपया मामले का संज्ञान ले चुनाव आयोग। सपा कार्यकर्ताओं की सुरक्षा व निष्पक्ष मतदान हो सुनिश्चित।"
हालांकि, अधिकारियों ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया और कहा कि मतदान स्वतंत्र और निष्पक्ष था।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस उपचुनाव से दूरी बना रखी है। वहीं, कांग्रेस ने सिर्फ छानबे सीट पर ही अपना उम्मीदवार उतारा है।
स्वार सीट सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम खां को एक मामले में सजा सुनाए जाने के बाद उनकी सदस्यता रद्द होने के चलते रिक्त हुई है जबकि छानबे सीट भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के विधायक राहुल कोल के निधन की वजह से खाली हुई है।
रामपुर सदर सीट गंवाने के बाद जिले में स्वार सीट ही सपा और आजम खां का आखिरी गढ़ रह गयी है। सपा इस सीट पर चुनाव जीतने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है।
इस बार सपा ने अनुराधा चौहान और अपना दल (सोनेलाल) ने शफीक अहमद अंसारी को प्रत्याशी बनाया है।
उधर, छानबे सीट पर भाजपा ने दिवंगत विधायक राहुल कोल की पत्नी रिंकी कोल को मैदान में उतारा है। सपा ने कीर्ति कोल को मैदान में उतारा है।
ओडिशा की झारसुगुडा विधानसभा सीट पर शाम पांच बजे तक 68.12 प्रतिशत मतदान हुआ है।
मतदान सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुआ और उससे पहले ही कई मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखी गयीं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) निकुंज बिहारी ढल ने कहा, ‘‘किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।”
ढल ने कहा कि तेज गर्मी के कारण दोपहर में मतदान की गति कम हुई क्योंकि दोपहर तीन बजे झारसुगुड़ा में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उन्होंने कहा कि कतार में खड़े मतदाताओं को राहत देने के लिए पेयजल और तरबूज वितरित किया गया।
इस सीट से विधायक और राज्य के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की गत 29 जनवरी को हत्या के बाद यहां उपचुनाव जरूरी हो गया था।
बीजद ने दास की बेटी दीपाली दास को प्रत्याशी बनाया है, वहीं भाजपा ने तांकाधर त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस के टिकट पर दिवंगत विधायक बीरेन पांडेय के बेटे तरुण पांडेय किस्मत आजमा रहे हैं।
मेघालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफ आर खरकोनगर ने बताया कि ईस्ट खासी पर्वतीय जिले की सोहियोंग विधानसभा सीट पर शाम पांच बजे तक 91.56 प्रतिशत मतदान हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं देखी गयी। ईवीएम को लेकर कुछ मतदान केंद्रों से शिकायतें मिली थी और उन्हें दुरुस्त कर दिया गया है।’’
खरकोनगर ने कहा कि पहले पांच मतदाताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को मतदान में भाग लेने के लिए सम्मानित किया गया।
राज्य में गत 27 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव से पहले यूडीपी के प्रत्याशी एचडीआर लिंगदोह के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।
सभी सीटों के लिए मतगणना 13 मई को होगी।
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