Bully Bai App : उत्तराखंड से गिरफ्तार दो छात्रों को 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा गया
सिंह और रावल को शुक्रवार को बांद्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया. पुलिस ने अदालत से उन्हें हिरासत में देने का अनुरोध किया ताकि विशाल कुमार झा साथ उनसे भी पूछताछ की जा सके. झा को पुलिस ने पहले गिरफ्तार किया था और वह भी 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में है.
मुंबई: ‘बुली बाई’ एप (Bully Bai App) मामले में गिरफ्तार दो छात्रों श्वेता सिंह (Shweta Singh) और मयंक रावल (Mayank Rawal) को स्थानीय अदालत (Court) ने शुक्रवार को 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत (Police Custody) में भेज दिया. बुली बाई एप मामले में छेड़छाड़ कर तैयार की गयी मुसलमान महिलाओं की तस्वीरें एप पर अपलोड कर उन्हें नीलामी के लिए रखा गया था. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की साबइर शाखा ने सिंह (18) और रावत (21) को पांच जनवरी को उत्तराखंड (Uttarakhand) से गिरफ्तार किया था और वहां की स्थानीय अदालत से ट्रांजिक रिमांड पर उन्हें यहां लेकर आयी. Bulli Bai App: बुल्ली बाई ऐप का निर्माता इंजीनियरिंग छात्र नीरज बिश्नोई असम से गिरफ्तार
सिंह और रावल को शुक्रवार को बांद्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया. पुलिस ने अदालत से उन्हें हिरासत में देने का अनुरोध किया ताकि विशाल कुमार झा साथ उनसे भी पूछताछ की जा सके. झा को पुलिस ने पहले गिरफ्तार किया था और वह भी 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में है.
अभियोजन पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने सिंह और रावल दोनों को 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने पहले दावा किया था कि एप का ट्विटर हैंडल सिंह ने बनाया था और वह मामले में मुख्य आरोपी है. दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने भी इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की है और छह जनवरी को असम से नीरज बिश्नोई को गिरफ्तार किया. दिल्ली पुलिस का दावा है कि एप बिश्नोई ने ही विकसित किया है.
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