मुंबई, 20 दिसंबर : मुंबई के अंधेरी इलाके में एक अनधिकृत निर्माण के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए कथित तौर पर दो करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि उपनगर अंधेरी में बीएमसी के पूर्वी वार्ड के नामित अधिकारी मंदार अशोक तारी (43) ने अगस्त में उनके खिलाफ दर्ज किए गए मामले में बृहस्पतिवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. उन्होंने कहा कि तारी फरार था और बृहस्पतिवार को बंबई उच्च न्यायालय द्वारा उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज किये जाने के बाद उसने अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश: बरेली में मंदिर की जमीन पर कब्जे के दावे के बाद मामले की जांच शुरू
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने एक व्यक्ति से अनधिकृत निर्माण की अनुमति देने के लिए कथित तौर पर दो करोड़ रुपये रिश्वत की मांग की थी.
शिकायत के आधार पर एसीबी की मुंबई इकाई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि अगस्त में एसीबी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने तारी की ओर से कथित तौर पर 75 लाख रुपये की रिश्वत ली थी.