नयी दिल्ली, 31 मई दिल्ली की मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा “गंदी राजनीति” करने के बजाय हरियाणा और उत्तर प्रदेश की अपनी सरकारों से राष्ट्रीय राजधानी के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए कहे, जो भीषण गर्मी के बीच गंभीर जल संकट से जूझ रही है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आतिशी की बात का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा को “गंदी राजनीति” करने के बजाय उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अपनी पार्टी की सरकारों से अपील करनी चाहिए कि वे मानसून आने तक दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराएं।
दिल्ली गंभीर जल संकट का सामना कर रही है और आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने हरियाणा पर राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का पानी नहीं देने का आरोप लगाया है।
दूसरी ओर, भाजपा ने जल संकट के लिए ‘आप’ सरकार को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया है कि हरियाणा शहर को यमुना से 1,049 क्यूसेक पानी की आपूर्ति कर रहा है, जो निर्धारित मात्रा से अधिक है।
आतिशी ने डिजिटल तौर पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पानी की कमी की समस्या को लेकर दिल्ली सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा, “दिल्ली भीषण गर्मी और पानी की कमी से जूझ रही है। भाजपा इस समय गंदी राजनीति कर रही है। मैं भाजपा से पूछना चाहती हूं। जब संकट की स्थिति है, तो क्या यह राजनीति करने का समय है? क्या हमें एक साथ नहीं आना चाहिए?”
जल मंत्री ने कहा, “हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारें हैं। यह एक साथ आने का समय है। यह समय है कि आप दोनों राज्यों की सरकारों से दिल्ली को अतिरिक्त पानी देने की अपील करें।”
उन्होंने कहा, “अगर आप दिल्ली के लोगों को कुछ राहत देना चाहते हैं, तो आपको हरियाणा और उत्तर प्रदेश की अपनी सरकारों से कहना चाहिए कि वे मानसून आने तक एक महीने के लिए दिल्ली को अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराएं।”
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट लिखकर आतिशी का समर्थन किया।
उन्होंने लिखा, “दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिससे शहर में पानी की किल्लत हो रही है और लोग परेशान हैं। लेकिन ऐसे समय में भी भाजपा गंदी राजनीति कर रही है।”
उन्होंने लिखा, “इस आपातकालीन स्थिति में गंदी राजनीति करने की बजाय भाजपा को उत्तर प्रदेश और हरियाणा की अपनी सरकारों से अपील करनी चाहिए कि वे मानसून आने तक दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराएं। यह गंदी राजनीति करने का नहीं बल्कि देश की राजधानी में लोगों को राहत पहुंचाने का समय है।”
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