
देहरादून, 26 मार्च भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तराखंड में अवैध मदरसों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई का विरोध करने पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को आड़े हाथ लिया। पार्टी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता तुष्टीकरण की राजनीति करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
भाजपा ने कहा कि अवैध मदरसों को वित्त पोषण की जांच से कई लोग बेनकाब होंगे।
भाजपा की उत्तराखंड इकाई के प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कहा, ‘‘अवैध मदरसों के बंद होने पर उन्हें क्यों भयभीत होना चाहिए। जब पूरी देवभूमि को लग रहा है कि अवैध मदरसे बंद करके (पुष्कर) धामी सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है, तो हरीश रावत को पीड़ा क्यों हो रही है।’’
कैंथोला ने कहा, ‘‘उनके बयानों में झलकता दर्द यह बताने के लिए काफी है कि आज भी वह मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।’’
रावत ने अवैध मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य पर चिंता जताते हुए सवाल किया था कि सरकार ने उनके लिए क्या वैकल्पिक व्यवस्था की है। उन्होंने यह भी कहा था कि कार्रवाई ईद तक टाल दी जानी चाहिए थी।
रावत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा था, ‘‘क्या मदरसों के छात्र भी सरकार की जिम्मेदारी नहीं हैं?’’
कैंथोला ने कहा कि अवैध मदरसों को वित्त पोषण की जांच शुरू होने के बाद से रावत और अधिक भयभीत हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हरीश रावत को लगता है कि जांच की आंच उनके किसी करीबी या उनकी पार्टी के किसी नेता तक पहुंच सकती है। बस उन्हें बचाने के लिए वह कवर फायरिंग करते नजर आ रहे हैं।’’
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अवैध मदरसों के वित्तपोषण की जांच से उत्तराखंड में कई लोग बेनकाब होंगे। जनता के सामने यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन देवभूमि की मूल पहचान के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश कर रहा है।’’
मुख्यमंत्री धामी द्वारा पिछले महीने दिये आदेश के बाद अवैध मदरसों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है और राज्य में अब तक कुल 136 अवैध मदरसों को सील किया जा चुका है।
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