देश की खबरें | भाजपा सरकार संकट में नहीं है, ‘भ्रम पैदा’ करने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार: मुख्यमंत्री सैनी

चंडीगढ़, आठ मई हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने तीन निर्दलीय विधायकों के राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठबंधन वाली सरकार से समर्थन वापस लेने के एक दिन बाद बुधवार को कहा कि उनकी सरकार संकट में नहीं है और मजबूती से काम कर रही है।

उन्होंने कांग्रेस पर यह भ्रम पैदा करने का आरोप लगाया कि उनकी सरकार संकट में है।

सैनी ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बारे में पूछे जाने पर सिरसा में पत्रकारों से कहा, ‘‘सरकार किसी संकट में नहीं है, वह मजबूती से काम कर रही है।’’

सैनी सिरसा लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अशोक तंवर के लिए प्रचार कर रहे थे।

निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान (दादरी), रणधीर सिंह गोलन (पुंडरी) और धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी) ने मंगलवार को भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया और घोषणा की कि वे कांग्रेस का समर्थन करेंगे जिससे राज्य विधानसभा में सैनी सरकार अल्पमत में आ गयी है।

हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 88 है। सरकार के पास बहुमत से दो विधायक कम हैं। वर्तमान में भाजपा नीत सरकार को दो अन्य निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सैनी ने कहा कि विपक्षी पार्टी कुछ लोगों की निजी आकांक्षाओं को पूरा करने की सोच रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब वे केंद्र में सत्ता में रहे तो आपने देखा होगा कि जब उन्हें लगता था कि उनकी सरकार संकट में है, वे कुछ लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने लगते थे।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि लेकिन हरियाणा की जनता कांग्रेस की आकांक्षाओं को पूरा करने वाली नहीं है।

सैनी ने कहा कि ‘‘डबल-इंजन’’ की सरकार ने राज्य के साथ ही देश में विभिन्न क्षेत्रों में विकास सुनिश्चित किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा विकास में विश्वास रखती है।’’

उन्होंने कहा कि पूरा देश कांग्रेस की करतूतों को देख रहा है।

सैनी ने कहा, ‘‘कांग्रेस जानती है कि वह लोगों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर सकती और इसीलिए उन्हें गुमराह करती है। वह भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश करती है कि राज्य सरकार अल्पमत में हैं। सरकार किसी संकट में नहीं है और वह मजबूती से काम कर रही है।’’

कांग्रेस की हरियाणा इकाई ने कहा कि वह राज्यपाल को पत्र लिखकर कहेगी कि तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद सैनी सरकार अल्पमत में है और उसे बर्खास्त किया जाना चाहिए, राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए तथा फिर से चुनाव कराने की घोषणा करनी चाहिए।

सैनी ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने सिर्फ योग्यता के आधार पर नौकरियां दी हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार में सत्तारूढ़ पार्टी भाई-भतीजावाद में शामिल रही और नौकरियां देने में भ्रष्टाचार किया गया। हर कोई जनता है कि वे किस आधार पर नौकरियां देते थे।’’

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