रांची, 22 दिसंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को झारखंड विधानसभा में राज्य के महाधिवक्ता राजीव रंजन को बर्खास्त करने की मांग को लेकर हंगामा किया और आरोप लगाया कि वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए एक खनन घोटाले के आरोपी को बचाने की साजिश में शामिल हैं।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही, भाजपा के विधायक सदन में आसन के सामने आ गए और झारखंड मुक्ति मोर्च सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी करने लगे।
रंजन और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद के बीच टेप की गई टेलीफोन बातचीत को लेकर मीडिया के एक हिस्से में आई खबरों का हवाला देते हुए विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि ईडी की हिरासत में पूछताछ के दौरान किए गए सवालों के बारे में जानने के लिए पत्थर खनन घोटाले के मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा को वकील भेजने की योजना थी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन के एक मामले में मिश्रा को 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था।
बाद में सदन के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार मामले का ‘‘प्रबंधन’’ करने की कोशिश कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा, “ अपराधियों को बचाने के लिए यह सरकार किसी भी हद तक जा सकती है। राज्य कहां जा रहा है? सरकार को महाधिवक्ता को बर्खास्त करना चाहिए और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार को तुरंत हटाना चाहिए।”
महाधिवक्ता से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सके।
इस बीच, भाजपा विधायक भानु प्रताप साही ने सरकार से राज्य में जल निकायों के अतिक्रमण को रोकने का आग्रह किया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)