मुंबई, 15 नवंबर महाराष्ट्र की रहने वाली श्रद्धा वालकर के एक करीबी मित्र का कहना है कि उसकी हत्या के पीछे ‘बड़ी साजिश’ हो सकती है, वहीं एक अन्य दोस्त ने दावा किया कि उसने एक बार संदेह जताया था कि आफताब पूनावाला उसकी हत्या कर सकता है।
गौरतलब है कि करीब छह माह पहले दिल्ली के महरौली इलाके में एक वीभत्स घटना में पूनावाला ने अपनी सहजीवन साथी (लिव-इन पार्टनर) श्रद्धा की गला घोंटकर कथित रूप से हत्या कर दी, उसके शव के करीब 35 टुकड़े कर उन्हें लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर की क्षमता वाले फ्रिज में रखा एवं एक के बाद एक कर उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में फेंक दिया।
पूनावाला (28) को दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा वालकर की इस साल मई में हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पालघर जिले के वसई शहर में मानिकपुर पुलिस के अनुसार, मास मीडिया में स्नातक श्रद्धा वालकर मुंबई के मलाड इलाके के एक कॉल सेंटर में काम करती थी और 2019 में डेटिंग ऐप बम्बल के माध्यम से पूनावाला से मिली थी।
श्रद्धा वालकर के एक दोस्त ने दावा किया, "जब श्रद्धा मुंबई के पास वसई शहर में रह रही थी, तब एक बार उसने मुझे मैसेज किया और मुझसे आ कर उसे ले जाने को कहा। उसने कहा था कि अगर वह वहां रही तो उसे आफताब मार डालेगा।’’ उसने कहा कि इसके बाद कुछ दोस्तों ने पूनावाला के पास जा कर उसे चेताया था।
इस दोस्त ने कहा ‘‘तब हम आफताब के खिलाफ पुलिस से संपर्क करने जा रहे थे, लेकिन श्रद्धा ने हमें उस वक्त रोक दिया।"
दोस्त ने कहा कि उसकी और श्रद्धा की बातचीत जुलाई में श्रद्धा के ही मोबाइल फोन पर टेक्स्ट मैसेज के जरिये हुई थी। इसके बाद वह श्रद्धा से संपर्क नहीं कर पाया और उसे उसके बारे में चिंता होने लगी थी। तब उसने श्रद्धा के परिवार वालों को सतर्क किया था।
उसने कहा कि श्रद्धा उसके किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दे रही थी और उसका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा था। तब दोस्त ने अन्य दोस्तों से श्रद्धा के बारे में पूछा। कोई जानकारी न मिलने पर उसने श्रद्धा के भाई से कहा कि अब पुलिस से संपर्क करना उचित होगा।
श्रद्धा के एक अन्य करीबी मित्र ने कहा कि पुलिस को पूनावाला और उसकी पृष्ठभूमि के बारे में पता लगाना चाहिए ‘‘क्योंकि हो सकता है कि यह (हत्या) एक बड़ी साजिश हो।’’
उसने कहा ‘‘श्रद्धा मास मीडिया में स्नातक करने के बाद पत्रकार बनना चाहती थी, वह रंगमंच भी करती थी। वह बहुत सक्रिय थी और उसका आकर्षक व्यक्तित्व था।’’
दोस्त ने कहा कि उन लोगों ने 2018 में श्रद्धा में बदलाव महसूस किया। उसने कहा कि वह हमेशा व्यथित रहती थी। श्रद्धा के दोस्त ने कहा,‘‘मेरे विचार से यह वही समय था, जब आफताब उसके जीवन में आया।’’
उसने कहा कि उन्हें 2019 में पूनावाला और श्रद्धा के संबंधों का पता चला और तब उन्हें पूनावाला एक ‘‘सामान्य आदमी’’ लगा था।
उसने कहा कि श्रद्धा और पूनावाला ‘‘लिव-इन रिलेशनशिप’’ में थे और बाद में एक साथ काम करने की आपसी सहमति बनने के बाद वे दिल्ली चले गए। उसने कहा ‘‘हमें कुछ समय पहले पता चला कि श्रद्धा लापता है और अब यह सामने आया कि उसकी निर्मम हत्या कर दी गई... शायद कोई बड़ा षड्यंत्र हो सकता है।’’
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