टोक्यो: भारत (India) की भाविनाबेन पटेल (Bhavinaben Patel) को टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) की टेबल टेनिस (Table Tennis) क्लास 4 स्पर्धा के महिला एकल फाइनल में रविवार को यहां चीन (China) की झाउ यिंग (Zhou Ying) के खिलाफ सीधे गेम में 7-11, 5-11, 6-11 की शिकस्त के साथ रजत पदक (Silver Medal) से संतोष करना पड़ा. भारतीय खिलाड़ी को फाइनल में सिर्फ 19 मिनट में हार का सामना करना पड़ा लेकिन वह मौजूदा पैरालंपिक खेलों (Paralympic Games) में भारत को पहला पदक दिलाने में सफल रहीं. Tokyo Paralympics 2020: भाविना पटेल पैरालंपिक टेबल टेनिस के फाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास, पक्का किया पदक
भाविनाबेन को इस हफ्ते की शुरुआत में अपने पहले ग्रुप मैच में भी झाउ के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा. बीजिंग और लंदन में स्वर्ण पदक सहित पैरालंपिक में पांच पदक जीतने वाली झाउ के खिलाफ भाविनाबेन जूझती नजर आईं और अपनी रणनीति को सही तरह से लागू नहीं कर पाई.
भाविनाबेन ने पहले गेम में झाउ यिंग को अच्छी टक्कर दी लेकिन चीन की दो बार की पूर्व स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी ने एक बार लय हासिल करने के बाद भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और सीधे गेम में आसान जीत दर्ज की.
मात्र 12 महीने की उम्र में पोलियो से संक्रमित होने वाली भाविनाबेन ने शनिवार को सेमीफाइनल में चीन की दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी मियाओ झैंग को 7-11 11-7 11-4 9-11 11-8 से हराया था.
शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में भाविनाबेन ने रियो पैरालंपिक की स्वर्ण पदक विजेता और दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी सर्बिया की बोरिस्लावा पेरिच रेंकोविच को हराकर पदक सुनिश्चित करते हुए इतिहास रचा था.
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