राजस्थान में सफल रहेगी भारत जोड़ो यात्रा: नेता सचिन पायलट

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एक प्रमुख गुर्जर संगठन द्वारा उन्हें (पायलट को) राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने की मांग स्वीकार नहीं करने पर भारत जोड़ो यात्रा को बाधित करने की धमकी से खुद को दूर करते हुए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर “गड़बड़ी” की कोशिश करने का आरोप लगाया.

कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Photo Credits ANI)

जयपुर, 23 नवंबर : कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने एक प्रमुख गुर्जर संगठन द्वारा उन्हें (पायलट को) राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने की मांग स्वीकार नहीं करने पर भारत जोड़ो यात्रा को बाधित करने की धमकी से खुद को दूर करते हुए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर “गड़बड़ी” की कोशिश करने का आरोप लगाया. उल्लेखनीय है कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेता विजय सिंह बैंसला ने राजस्थान में राहुल गांधी की यात्रा का विरोध करने की धमकी दी है. उन्होंने गुर्जर समाज के एक प्रमुख चेहरा सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने सहित उनकी विभिन्न मांगों को स्वीकार करने की मांग की है. बैंसला की धमकी के बारे में पूछे जाने पर राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने कहा, "भाजपा कितनी भी कोशिश कर ले, यात्रा सफल होगी.’’

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा की कोशिश हो सकती है कि यात्रा में बाधा डाले, या किसी प्रकार की दुर्भावना पैदा करे लेकिन जनता बहुत उत्साहित है और सब लोग चाहते हैं कि यात्रा आये और यहां से एक नया आगाज होगा.. कांग्रेस पार्टी का भी, चुनावों के लिए भी और प्रदेश की जनता के लिए भी.. तो भाजपा के साथी कितनी भी कोशिश करे.. यात्रा सफल होगी, ऐतिहासिक होगी और लाखों लोग रोज इससे जुड़ेंगे.’’ उल्लेखनीय है कि भारत जोड़ो यात्रा के दिसंबर के पहले सप्ताह में राजस्थान पहुंचने का कार्यक्रम है. यात्रा लगभग 20 दिन राजस्थान में रहेगी और राज्य के छह जिलों से गुजरेगी. यात्रा की तैयारियों को लेकर बुधवार को यहां कांग्रेस के 'वार रूम' में बैठक हुई. इसके बाद पायलट ने संवाददाताओं से बात की. गुर्जर नेता बैंसला ने कहा था कि गुर्जर समाज ने गुर्जर को मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोट दिया था. यह भी पढ़ें : UP: सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले जवान समेत दो गिरफ्तार

पायलट ने कहा, ‘‘2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी जब 21 सीटों पर सिमट गई थी और उसके बाद सभी वर्ग, सभी लोगों का हमको समर्थन मिला.. हम सब ने मिलकर काम किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अध्यक्ष रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और जब 2018 में चुनाव हुए तो हम लोगों को बहुमत मिला.. बहुमत सब लोगों के सहयोग से मिला और उस बहुमत पर हम कारगर उतरें यह हम सब लोगों की कोशिश भी है.'' उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति हो सकती है लोगों को तोड़ना, लोगों में कड़वाहट पैदा करना.. यह यात्रा जोड़ने की है..हम सबको जोड़ना चाहते हैं और राजस्थान में सब एकजुटता से इस यात्रा का स्वागत करेंगे.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि इस यात्रा में ‘‘राजस्थान पहला राज्य होगा जहां पर कांग्रेस की सरकार है. यहां पर जब वे आयेंगे तो उनका बहुत अद्भुत स्वागत होगा और यहां यात्रा ऐतिहासिक रहेगी. लगभग 15 से 18 दिन यात्रा रहेगी. राजस्थान में तीन दिसंबर से 6 दिसंबर के बीच में यात्रा का आना तय है.’’

उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान एक बड़ी रैली अलवर जिले में होगी... क्योंकि अगले साल राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में चुनाव है, उस लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है. पायलट ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि राहुल जी की यात्रा को लेकर सब लोग एकजुटता से काम कर रहे हैं और राजस्थान में विशेष रूप से सभी कार्यकर्ता और आमजन भी, क्योंकि यह यात्रा कोई राजनीतिक नहीं है.. लेकिन जोड़ने की है.. जो देश में लाचारी, महंगाई, बेरोजगारी है.. किसानों को जो पीड़ा हो रही है.. उन सब का जवाब मांगना, लोगों को जोड़ना, प्रेम, सद्भावना, प्यार मोहब्बत की बात करना और लोगों के बीच में जाकर उनकी बातों को सुनना है. जो भाजपा का नेतृत्व करता नहीं है, वो तो सिर्फ मन की बात, रेडियो में भाषण और विज्ञापन, इश्तार की बात करते हैं.’’ पायलट ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने एक अनूठी शुरुआत की है.. जिसका देश में लोग कहते थे कि जब दक्षिण भारत के बाद जब वो उत्तर भारत आयेंगे तो शायद प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन जो रैलियां हो रही हैं, उसका बहुत ज्यादा सकारात्मक संदेश इस यात्रा का जाने वाला है.’’

उल्लेखनीय है कि राज्य की आबादी का पांच से छह प्रतिशत गुर्जर समुदाय है और मुख्य रूप से पूर्वी राजस्थान की अनेक सीटों पर इसका खासा प्रभाव है. इस क्षेत्र में वे जिले शामिल हैं जहां से यात्रा के गुजरने का कार्यक्रम है. गुर्जर नेता बैंसला ने कांग्रेस सरकार पर गुर्जर समाज से किए गए वादों को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया है. बैंसला ने कहा है, ‘‘2019 और 2020 में कई मुद्दों पर सरकार के साथ हमारे समझौते हुए थे, लेकिन समझौते पर अमल नहीं हो रहा है. ऐसा नहीं है कि हम यात्रा को रोकने की धमकी दे रहे हैं, लेकिन यह राजस्थान सरकार है जो हमें यह कदम उठाने के लिए मजबूर कर रही है.’’ बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्थान में यात्रा की व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए गठित विभिन्न समितियों के समन्वयक ने भाग लिया.

Share Now

\