
उन्होंने यह भी कहा कि अब देश में सस्ते मजदूर और बेघर किसान पैदा किए जा रहे हैं।
टिकैत मेरठ के गंगानगर आवासीय समिति इलाके में एक किसान की मौत के बाद पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे।
उन्होंने आरोप लगाया कि उच्च न्यायालय के रोक के आदेश के बावजूद भूमि की नपाई की गई और जब किसान ने आपत्ति जताई तो उसे आत्महत्या के लिए उकसाया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें प्रशासन और व्यापारियों की मिलीभगत से गरीब किसानों की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है।’’
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी के अनुसार घटना के संबंध में मंडलायुक्त ऋषिकेश भास्कर यशोद से मुलाकात के दौरान उन्होंने जांच की मांग की, जिस पर मंडलायुक्त ने अपर मंडलायुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में जांच समिति गठित करने का आदेश दिया और एक माह में रिपोर्ट देने का आश्वासन दिया।
टिकैत ने कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी डॉ. वी के सिंह से भी मुलाकात कर मृतक किसान मनोहर कुशवाहा के परिजनों को आर्थिक सहायता और सरकारी योजनाओं का लाभ तत्काल दिलाए जाने की मांग की।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि न्याय न मिला तो हरिद्वार चिंतन शिविर के बाद पंचायत बुलाकर आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी समेत कई किसान नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।
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