मुंबई, एक दिसंबर घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुए। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के उम्मीद से बेहतर आंकड़े तथा कोविड-19 के टीके से जुड़ी सकारात्मक खबरों से निवेशकों का उत्साह बढ़ा है जिससे बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
कारोबारियों ने कहा कि मजबूत रुपये और विदेशी निवेशकों की जारी लिवाली से भी शेयर बाजारों को समर्थन मिला।
यह भी पढ़े | सर्दियों में इन कामों को करने से करते हैं आनाकानी, कोरोना काल में पड़ सकता है महंगा.
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 505.72 अंक यानी 1.15 प्रतिशत बढ़कर 44,655.44 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 140.10 अंक यानी 1.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ 13,109.05 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में सन फार्मा का शेयर सबसे अधिक 5.51 प्रतिशत के लाभ में रहा। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, ओएनजीसी, भारती एयरटेल, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज ऑटो के शेयर भी बढ़त लिये रहे।
वहीं दूसरी तरफ, कोटक बैंक, नेस्ले इंडिया, टाइटन, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक और एनटीपीसी के शेयरों में 1.40 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।
चीन में कारखानों के उत्पादन के मजबूत आंकड़ों से तेज आर्थिक सुधार की उम्मीद को बल मिला है। इससे वैश्विक शेयर बाजार सर्वकालिक उच्च स्तर के पास रहे।
इस बीच मॉडर्ना इंक ने अंतिम चरण के परीक्षण के पूर्ण आंकड़ों में करीब 94 प्रतिशत प्रभावी पाये जाने के बाद अमेरिका में अपने टीके आपातकालीन इस्तेमाल के लिये आवेदन दायर किया है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार ने दिसंबर के कारोबार की मजबूत शुरुआत की है। बेहतर जीडीपी आंकड़ों के दम पर बाजार सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गये हैं। आज जारी विनिर्माण आंकड़ों में विनिर्माण गतिविधियों में पिछले महीने की तुलना में कुछ नरमी देखने को मिली है, लेकिन वृद्धि मजबूत बनी हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया भर के बाजारों ने महीने के लिये एक सकारात्मक शुरुआत की। इससे कोरोना वायरस टीके को लेकर मजबूत उम्मीद के साथ नवंबर की रिकॉर्ड बढ़त के जारी रहने की उम्मीद है।’’
शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर तिमाही में जीडीपी में 7.5 प्रतिशत की गिरावट आयी। यह उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन है।
हालांकि मंगलवार को जारी एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधि ने तेजी खो दी और तीन महीने के निचले स्तर पर आ गया। कारखाने के ऑर्डर, निर्यात और खरीद के स्तर में धीमी वृद्धि हुई।
जीएसटी संग्रह ने पिछले वर्ष के आंकड़ों की तुलना में नवंबर में लगातार तीसरे महीने वृद्धि दर्ज की।
बीएसई के समूहों में रियल्टी में सर्वाधिक 3.49 प्रतिशत की तेजी रही। इसके बाद टेलीकॉम (2.52 फीसदी), टेक (2.42 फीसदी) और आईटी (2.39 फीसदी) का स्थान रहा।
बीएसई का मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 0.94 फीसदी तक बढ़त में रहे।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी सभी बढ़त में रहे।
यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में मिश्रित चल रहे थे।
मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 37 पैसे की मजबूती के साथ 73.68 पर बंद हुआ। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.10 प्रतिशत गिरकर 47.83 डॉलर प्रति बैरल रहा।
आरंभिक आंकड़ों के हिसाब से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने शुक्रवार को 7,712.98 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)