देश की खबरें | पुलिस तकनीक-जानकार बनें और दयालु स्वभाव रखें: योगी आदित्यनाथ

मुरादाबाद, दो सितंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ की अवधारणा पर जोर देते हुए सोमवार को कहा कि पुलिसकर्मी तकनीक-जानकार बनें और दयालु स्वभाव रखें।

उन्होंने यह भी दावा किया कि बेहतरीन पुलिस व्यवस्था की वजह से ही पिछले सात वर्षों के दौरान राज्य में एक भी दंगा नहीं हुआ।

मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में 74 पुलिस उपाधीक्षकों के दीक्षांत परेड समारोह को संबोधित करते हुए इन नये पुलिस अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे ‘मित्र पुलिस’ की छवि को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपना शत प्रतिशत योगदान देंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी प्रदेश में सुशासन की नींव अपराधों की रोकथाम और कानून-व्यवस्था की स्थापना से ही मजबूत होती है। यह तभी संभव हो सकता है जब प्रदेश में जवाब देह व्यवस्था और व्यावसायिक रूप से दक्ष संवेदनशील पुलिस बल हो।’’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा दी है जो सख्त हो लेकिन उतनी ही संवेदनशील भी हो।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पुलिस को आधुनिक तथा गतिशील, अपने कर्तव्यों के प्रति सतर्क तथा जवाबदेह, तकनीक जानकार और दयालु होना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि जांच और सजा के पुराने तरीकों से आगे बढ़कर आधुनिक फॉरेंसिक तकनीकों और सबूतों का इस्तेमाल न केवल न्याय की दृष्टि से बेहतर है, बल्कि जांच में लगने वाले अनावश्यक खर्च और श्रम को कम करने में भी सहायक है।’’

आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘दक्ष पुलिस व्यवस्था की वजह से ही पिछले सात वर्षों के दौरान प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। आज यही उत्तर प्रदेश सुशासन के मॉडल के रूप में देखा जा रहा है इसमें एक बड़ी भूमिका उत्तर प्रदेश के हमारे बहादुर के जवानों की सेवा की है। आज ‘रूल ऑफ लॉ’ के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने अपने बारे में दुनिया के दृष्टिकोण को बदलने में कामयाबी हासिल की है।’’

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके पुलिस उपाधीक्षकों से मुखातिब होते हुए कहा, ‘‘आपसे हम इस बात की अपेक्षा करते हैं कि आम जनता की सुरक्षा, समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखने और एक मित्र पुलिस की छवि को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आप अपना शत प्रतिशत योगदान देंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस की वर्दी देखकर लोगों में सुरक्षा और विश्वास का भाव जागृत होना चाहिए। आपको उनके विश्वास को सही साबित करना है, उन्हें सुरक्षा प्रदान करना है। एक संवेदनशील पुलिस अधिकारी के लिए शीर्ष आयामों की कोई कमी नहीं है। यदि वह चाहे तो अपने आचरण से जनमानस की कसौटियों पर खरा उतरते हुए अपनी कर्तव्य निष्ठा तथा ईमानदारी से उदाहरण प्रस्तुत कर सकता है।’’

उन्होंने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इसके लिए हमारी सरकार की अपराध और अपराधियों के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस व्यवस्था में सुधार करने के लिए वर्तमान में हमारी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। पुलिस का आधुनिकीकरण किया है। पिछले सात वर्षों में पुलिस बल में नयी भर्तियों को लेकर संसाधनों की उपलब्धता में अपार वृद्धि हुई है। प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस को मजबूत करने के लिए एक लाख 60 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती भी की गई है।’’

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