बाराबंकी, (उप्र) 16 सितम्बर बाराबंकी जिला मुख्यालय की शहर कोतवाली पुलिस ने स्वयं को हिंदू बताकर एक युवती से प्रेम विवाह करने और बाद में उस पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने के आरोप में एक मुस्लिम युवक को अदालत के निर्देश पर गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि कोतवाली पुलिस ने थाना क्षेत्र स्थित श्रीनगर कॉलोनी निवासी आरोपी मोहम्मद आजम जैदी को रविवार को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस पीड़िता की चिकित्सकीय जांच करा रही है।
पुलिस के अनुसार, करीब 32 वर्षीय एक युवती ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में एक सप्ताह पूर्व अर्जी देकर आरोप लगाया था कि 2016 में कोतवाली नगर क्षेत्र स्थित श्रीनगर कॉलोनी निवासी मोहम्मद आजम जैदी ने खुद को हिंदू बताकर उसे ‘‘प्रेमजाल में फंसाया’’ जिसके बाद दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। उसने आरोप लगाया कि आरोपी ने अपना नाम अमन बताया था।
युवती ने आरोप लगाया कि उसे बाद में पता लगा कि उसका पति दूसरे समुदाय से संबंध रखता है और इसका विरोध करने पर आजम उसे बदनाम करने की धमकी देकर उससे दुष्कर्म करता रहा।
सीजेएम सुधा सिंह ने कोतवाली पुलिस को इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर भारतीय दंड विधान की धाराओं 498ए (पत्नी के साथ क्रूरता), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना), 506 (आपराधिक धमकी), 376 (दुष्कर्म) तथा 3/4 मुस्लिम महिला विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा अधिनियम एवं उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत आजम जैदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि अदालत के निर्देश पर पुलिस ने उपरोक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने तहरीर के हवाले से बताया कि आरोपी पीड़िता को धमकाकर उससे लगातार दुष्कर्म करता रहा और 2017 में युवती ने एक बेटी को जन्म दिया।
सिंह ने शिकायत के आधार पर बताया कि आरोपी ने अपनी पत्नी व पुत्री का उत्पीड़न करने के बाद उन्हें छोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि युवती ने अंतत: सीजेएम अदालत में प्रार्थना पत्र दिया। सिंह ने कहा कि आरोपी के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि युवती के अनुसार, 2017 में जब उसने एक पुत्री को जन्म दिया तो युवक उस पर धर्मांतरण का दबाव बनाने लगा।
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