दूसरी पारी में बांग्लादेश के बल्लेबाज सिर्फ 19 ओवर क्रीज पर टिक सके। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में सिर्फ दो गेंदबाजों का उपयोग किया। ये दोनों स्पिनर थे। बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज ने 32 रन देकर सात जबकि आफ स्पिनर साइमन हार्मर ने 21 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
मैच का अंत हैरानी भरा रहा क्योंकि बांग्लादेश को उम्मीद थी कि वह अंतिम पारी में 274 रन के लक्ष्य को हासिल करके दक्षिण अफ्रीका पर पहली टेस्ट जीत दर्ज करने में सफल रहेगा।
चौथे दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश ने दूसरी पारी में 11 रन तक तीन विकेट गंवा दिए थे और पांचवें दिन भी विकटों का पतझड़ जारी रहा।
बांग्लादेश की ओर से नजमुल हुसैन शंटो (26) और पुछल्ले बल्लेबाज तास्किन अहमद (14) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए।
दक्षिण अफ्रीका ने पांचवें और अंतिम दिन एक घंटे से भी कम समय में बाकी बचे सात विकेट चटकाकर दो टेस्ट की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनाई।
बांग्लादेश का यह स्कोर टेस्ट क्रिकेट में उसका दूसरा न्यूनतम स्कोर है। वेस्टइंडीज के खिलाफ 2018 में टीम 43 रन पर सिमट गई थी। टीम का 53 रन का स्कोर डरबन के किंग्समीड मैदान पर किसी टीम का न्यूनतम स्कोर भी है।
हार के बड़े अंतर के बावजूद मैच अधिकांश समय काफी प्रतिस्पर्धी रहा। चौथे दिन एक समय बांग्लादेश का पलड़ा भारी लग रहा था जब दक्षिण अफ्रीका की टीम एक विकेट पर 116 रन बनाकर अच्छी स्थिति में होने के बावजूद दूसरी पारी में 204 रन पर सिमट गई।
बांग्लादेश ने मौजूदा दौरे पर दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर पहली बार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला जीतकर इतिहास रखा था लेकिन महाराज और हार्मर ने देश में पहली टेस्ट जीत दर्ज करने की उसकी उम्मीदें तोड़ दी। घरेलू मैदान पर सात विकेट के साथ महाराज के कुल 141 टेस्ट विकेट हो गए हैं और रंगभेद के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टीम की वापसी के बाद वह दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल स्पिनर हैं।
दूसरा टेस्ट पोर्ट एलिजाबेथ में गुरुवार से शुरू होगा।
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