मुंबई, 11 फरवरी महाराष्ट्र सरकार ने बृहस्पतिवार को दिशा-निर्देश जारी कर कहा कि कोविड-19 परिस्थतियों के मद्देनजर छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के मौके पर बड़ी रैलियों और भीड़ एकत्र होने वाले कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाना चाहिए।
17वीं शताब्दी के शासक शिवाजी की जयंती राज्य में काफी धूमधाम से मनाई जाती है। हालांकि, महामारी के हालात को देखते हुए सरकार चाहती है कि इस बार शिव जयंती सादगी से मनाई जाए।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को पुणे के शिवनेरी जिले में हुआ था। ऐसे में इस किले एवं अन्य किलों पर हर साल 18 फरवरी की मध्यरात्रि को भारी संख्या में लोग एकत्र होते हैं।
दिशा-निर्देशों के मुताबिक, ‘‘ कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर यह अपेक्षा की जाती है कि शिवजंयती के मौके पर भीड़ एकत्र नहीं करें। रैलियां नहीं निकाली जाएं और भीड़ एकत्र करने के बजाए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रसारण केबल नेटवर्क या ऑनलाइन मंचों के जरिए किया जाना चाहिए।’’
इस बीच, विपक्षी दल भाजपा ने महाराष्ट्र सरकार पर शिव जयंती के मौके पर प्रतिबंध लगाए जाने का आरोप लगाया।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि महाराष्ट्र में गठबंधन वाली एमवीए सरकार के असली रंग अब दिखने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार एल्गार परिषद मामले में भड़काऊ बयान देने के आरोपी शरजील उस्मानी को गिरफ्तार करने में हिचक रही है।
उपाध्ये ने कहा कि शराब की दुकानों को खोले जाने की अनुमति देने जैसे मामलों में राज्य सरकार इतना नहीं सोचती है।
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