नयी दिल्ली, एक अक्टूबर: ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को कहा कि उसके शीर्ष चिकित्सा नियामक की ओर से देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड टीके को मंजूरी दिए जाने के बाद वह भारतीय छात्रों का स्वागत करने को लेकर उत्सुक है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के कार्यालय ने कहा कि चिकित्सीय सामान प्रशासन (टीजीए) ने सलाह दी है कि देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड रोधी टीके कोरोनावैक (सिनोवैक) और कोविशील्ड को मान्यता प्राप्त टीके के रूप में अनुमोदित किया जाना चाहिए.
भारत दौरे पर आए ऑस्ट्रेलिया के व्यापार एवं पर्यटन मंत्री डैन तेहान ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह एक अद्भुत खबर है कि प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा को फिर से खोल दिया जाएगा.
डैन तेहान ने कहा, " इसका मतलब है कि हमारे भारतीय अंतरराष्ट्रीय छात्रों के ऑस्ट्रेलिया लौटने का मार्ग फिर से खुल गया है और अगले साल फरवरी, मार्च में शुरू होने वाले पहले सेमेस्टर के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय छात्र इस वर्ष के अंत में अथवा अगले वर्ष के शुरू में लौट सकते हैं."
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया ने देश के अंदर और बाहर यात्रा करने वाले लोगों पर बहुत सख्त यात्रा प्रतिबंध लगाए हुए थे. भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीके को मंजूरी के बारे में एक सवाल के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई मंत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि यह मामला अभी भी विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) के सामने है, जैसा कि मैं इसे समझता हूं. डब्ल्यूएचओ से मंजूरी मिलने के बाद ही हमारा टीजीए विभाग इसको मंजूरी देने पर विचार करेगा."
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक वक्तव्य में कहा, "आज, टीजीए ने कोरोनावैक (सिनोवैक) और कोविशील्ड (एस्ट्राजेनेका/सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) टीकों द्वारा कोविड-19 से प्रदान की जाने वाली सुरक्षा से जुड़े आंकड़ों के अपने प्रारंभिक मूल्यांकन को प्रकाशित किया है और सलाह दी है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के मद्देनजर इन टीकों को 'मान्यता प्राप्त टीके' के रूप में मान्य किया जाना चाहिए."
आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने कहा कि सरकार आगामी हफ्तें में उन प्रक्रियाओं को अंतिम रूप प्रदान करेगी जिनसे लोग टीजीए द्वारा अनुमोदित टीकों की खुराक लिए जाने की स्थिति स्पष्ट करने में सक्षम हो सके.
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