लखनऊ, 18 जून उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने शुक्रवार को भारत में अवैध रूप से प्रवास कर रहे म्यांमा के रोहिंग्या समुदाय के एक संगठित गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार द्वारा जारी बयान के अनुसार यह गिरोह मानव तस्करी करने के साथ-साथ अवैध रूप से वोटर कार्ड, आधार कार्ड एवं पासपोर्ट भी तैयार करता था।
बयान के अनुसार गिरोह के सदस्यों को मेरठ, अलीगढ़ और बुलंदशहर जिले के खुर्जा से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है।
इसमें कहा गया है कि गिरफ़्तार सदस्यों में म्यांमा मूल के हाफिज शफीक उर्फ शबीउल्लाह, अजीजुर्रहमान उर्फ अजीज, मुफीजुर्रहमान उर्फ मुफजी तथा मोहम्मद इस्माइल शामिल हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से यूएनएचसीआर कार्ड, मोबाइल फोन, वर्मा का पहचान पत्र, कूटरचित (फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बना) आधार कार्ड, पासपोर्ट की छायाप्रति , लैपटॉप और विदेशी मुद्रा बरामद किया है।
अधिकारी ने बताया कि चारों आरोपियों को अदालत में पेश कर कस्टडी रिमांड पर लिया जाएगा जिससे भारत में इनके अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी मिल सके।
बयान में कहा गया कि यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हवाला के जरिये धन का आदान प्रदान करता था और फर्जी दस्तावेजों के जरिये भारतीय पहचान पत्र बनवाकर कंपनियों और फैक्ट्रियों में काम दिलवाते थे और इसके बदले में तनख्वाह के पैसों से कमीशन लेते थे।
इसमें कहा गया है कि अन्य देशों से व्यक्तियों को अवैध रूप से भारत में लाकर उनके कूटरचित दस्तावेजों को तैयार कराकर उन्हें भारतीय नागरिक बनाते थे।
एटीएस के अनुसार हाफिज शफीक का एक संगठित गिरोह है जो अनवरत रूप से आपराधिक कृत्यों में लिप्त है और लगातार रोहिंग्याओं को अवैध रूप से भारत में लाकर उनको भारतीय नागरिक के रूप में स्थापित कर रहा है।
आनन्द
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