
माना जा रहा है कि चरवाहों ने इस घटना को अंजाम दिया. राष्ट्रपति बोला टीनुबू ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने रविवार देर रात जिके समुदाय पर हुए हमले की जांच के आदेश दिए हैं.
टीनुबू ने सोमवार देर रात एक बयान में कहा, ‘‘मैंने सुरक्षा एजेंसियों को इस मामले की गहन जांच करने और इस हिंसक कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने का निर्देश दिया है.’’ मानवाधिकार संगठन ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ के अनुसार, बंदूकधारियों ने अचानक हमला किया जिससे लोग बचकर नहीं भाग पाए. मृतकों में बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं. यह भी पढ़ें : ईरान-अमेरिका परमाणु वार्ता: ओमान या रोम, कहां होगा अगला दौर?
अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश के इस हिस्से में इस तरह के हमले आम हो गए हैं. हमलों में शामिल बंदूकधारी आमतौर पर फुलानी नामक मुस्लिम जनजाति के चरवाहे होते हैं. वे सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद खामियों का फायदा उठाकर किसानों पर घातक हमले करते हैं.