जरुरी जानकारी | असम के गमोसा, तेलंगाना के तंदूर रेडग्राम को मिला जीआई का दर्जा

नयी दिल्ली, 14 दिसंबर असम से गमोसा, तेलंगाना से तंदूर रेडग्राम, और लद्दाख से एक खुबानी की एक किस्म को सरकार से भौगोलिक संकेतक (जीआई) का दर्जा मिला है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि इसके साथ ही जीआई का दर्जा हासिल वस्तुओं की संख्या 432 हो गई है।

मंत्रालय ने कहा कि असम के प्रसिद्ध गामोसा, तेलंगाना के तंदूर रेडग्राम, लद्दाख की रक्तसे कारपो खुबानी, महाराष्ट्र के अलीबाग सफेद प्याज को जीआई का दर्जा दिया गया है।

कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और केरल शीर्ष पांच राज्य हैं जहां की वस्तुओं को सबसे अधिक जीआई का दर्जा मिला है।

हाल ही में भौगोलिक संकेतकों के बारे में जागरूकता के प्रसार को तीन साल के लिए 75 करोड़ रुपये के व्यय को मंजूरी दी है।

आमतौर पर, जीआई गुणवत्ता और विशिष्टता का भरोसा दिलाता देता है। किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र की वस्तु को यह दर्जा दिया जाता है। इनमें कृषि, प्राकृतिक या विनिर्मित उत्पाद शामिल होते हैं।

जीआई उत्पादों के पंजीकरण की एक उचित प्रक्रिया है। इसमें आवेदन दाखिल करना, शुरुआती जांच और समीक्षा, कारण बताओ नोटिस, भौगोलिक संकेतक पत्रिका में प्रकाशन, पंजीकरण का विरोध और पंजीकरण शामिल है।

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