सऊदी अरब की अगुवाई वाले ओपेक देशों और रूस की अगुवाई वाले अन्य तेल उत्पादक देशों के बीच रविवार को उत्पादन में प्रतिदिन 970 लाख बैरल की कटौती के लिए एक समझौता हुआ।
इसके चलते एशियाई बाजारों में शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी मानक डब्ल्यूटीआई में करीब आठ प्रतिशत और ब्रेंट क्रूड में पांच प्रतिशत की तेजी देखने को मिली।
ऐसे में शुरुआती कारोबार के दौरान टोक्यो 0.8 प्रतिशत गिर गया, जबकि शंघाई में 0.2 प्रतिशत और सिंगापुर में 0.1 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
सार्वजनिक अवकाश के चलते हांगकांग, सिडनी और वेलिंगटन के बाजार बंद थे।
कारोबारियों के मुताबिक ये सप्ताह अधिक उठापटक से भरा हो सकता है क्योंकि इस दौरान दुनिया की दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के नए आर्थिक आंकड़े जारी होने हैं।
अमेरिका में मंगलवार से कंपनियों के तिमाही आंकड़े आने शुरू होंगे। विश्लेषकों का अनुमान है कि एसएंडपी 500 कंपनियों के मुनाफे में छह से 15 प्रतिशत तक गिरावट होगी।
चीन मंगलवार को व्यापार संतुलन के आंकड़े जारी करेगा, जबकि शुक्रवार को आर्थिक वृद्धि के आंकड़े आएंगे।
विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के चलते दुनिया भर में आई मंदी के बीच चीन की भूमिका बढ़ गई है और इस सप्ताह आने वाले आंकड़ों से बाजार काफी प्रभावित होगा।
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