कोटा (राजस्थान), 26 सितंबर एक नाबालिग लड़की के कथित अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता से दुर्व्यवहार करने के आरोप में एक सहायक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
ऐसा आरोप है कि 14 वर्षीय लड़की का इस महीने की शुरुआत में तीन लोगों ने अपहरण किया और पांच दिनों तक उससे सामूहिक दुष्कर्म किया।
एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले के संबंध में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं ने रविवार शाम को पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा से मुलाकात की थी और मामले में रामगंजमंडी पुलिस थाने के एएसआई रौनक अली पर लापरवाही बरतने तथा दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था जिसके बाद अली के खिलाफ यह कार्रवाई की गयी है।
कोटा (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक कवेंद्र सिंह सागर ने लड़की के अपहरण तथा सामूहिक दुष्कर्म के मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया है।
दसवीं कक्षा की पीड़ित छात्रा 14 सितंबर को यहां अपने घर से लापता हो गयी थी जिसके बाद उसके माता-पिता ने उसी दिन रामगंजमंडी पुलिस थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी थी।
उद्योग नगर पुलिस थाने के तहत आने वाले शिवाजी पार्क की पुलिस ने 18 सितंबर को छात्रा को छुड़ाया था। अगले दिन उसे कोटा में बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया गया।
रामगंजमंडी पुलिस थाने के प्रभारी मनोज बेरवाल ने कहा, ‘‘लड़की ने पुलिस में दिए बयान में यह नहीं बताया था कि उससे सामूहिक दुष्कर्म किया गया या यौन शोषण किया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सीडब्ल्यूसी सदस्यों द्वारा 23 सितंबर को काउंसिलिंग किए जाने के दौरान उसने बताया कि उससे तीन लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, जिन्हें वह नहीं जानती है।’’
उन्होंने बताया कि इस बयान के बाद पुलिस ने छात्रा का फिर से बयान दर्ज किया और भारतीय दंड संहिता तथा बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून के तहत सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं भी जोड़ी।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने उन्हें बताया कि वह स्कूल में अपने एक सीनियर की सलाह पर 14 सितंबर को रामगंजमंडी से कोटा की ट्रेन में सवार हुई थी।
कोटा में उसके सीनियर का एक मित्र उसे अपने साथ ले गया और कई स्थानों पर उसे बंधक बनाकर रखा, जहां उसने तथा उसके दो दोस्तों ने कथित तौर पर उससे दुष्कर्म किया। उन्होंने 18 सितंबर को उसे उद्योग नगर पुलिस थाने के तहत आने वाले शिवाजी पार्क के समीप छोड़ दिया था।
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