देश की खबरें | अरुणाचल प्रदेश ने गरीबी कम करने में उल्लेखनीय प्रगति की है: राज्यपाल

ईटानगर, 21 दिसंबर अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के टी परनाइक ने शनिवार को कहा कि राज्य ने बहु आयामी गरीबी को कम करने में उल्लेखनीय प्रगति की है।

उन्होंने कहा कि राज्य ने वित्त वर्ष 2015-16 से सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में 166 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है।

उन्होंने अगरतला में उत्तर पूर्वी परिषद (एनईसी) की 72वीं पूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश के लोग इस बात पर गर्व महसूस करते हैं कि राज्य 2023-2024 के लिए सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) को प्राप्त करने वाले ‘अग्रणी राज्यों’ में से एक है।

राजभवन की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, परनाइक ने कहा कि राज्य में शिक्षा के मानकों का उन्नयन करने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें आंगनवाड़ियों को मजबूत करना, सरकारी विद्यालयों को उन्नत बनाना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करना, स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से प्रौद्योगिकी का उपयोग करना और जिलों में ‘उन्नत शिक्षण केंद्र’ स्थापित करना शामिल है।

उन्होंने कहा, “अरुणाचल प्रदेश भारत के सबसे महत्वाकांक्षी राज्यों में से एक है, जहां हमेशा से ही हमारी युवा आबादी के विकास, वृद्धि और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने पर महत्वपूर्ण ध्यान दिया गया है। ”

राज्यपाल ने कहा कि सरकार का ज्यादातर ध्यान पर्यटन पर है, जिसमें पर्यटन स्थलों में बुनियादी ढांचे का निर्माण, युवाओं को गाइड और टूर ऑपरेटर के रूप में कौशल प्रदान करना तथा विपणन शामिल है।

उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में पर्यावरण, धार्मिक और पर्यटन को विकसित करने की व्यापक गुंजाइश है।

परनाइक ने कहा, “प्रदेश में ‘अरुणाचल प्रदेश इनोवेशन एंड इन्वेस्टमेंट पार्क’ (एपीआईआईपी) के साथ एक गतिशील स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र फल-फूल रहा है, जो निवेश, स्टार्टअप विकास और व्यापार करने में आसानी को सक्रिय रूप से समर्थन दे रहा है।”

राज्यपाल ने कहा कि राज्य की ‘उन्नति’ योजना हमारी औद्योगिक क्षमता को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए तैयार है, जबकि गैर-प्रदूषणकारी उद्योगों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में वित्तीय समावेशन एक चुनौती बनी हुई है। परनाइक ने राज्य को सहयोग देने के लिए केंद्र और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र के लिए ज्ञान संस्थान के रूप में एनईसी राज्य में चुनौतियों का समाधान करने और विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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