मुंबई, पांच मई रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के जिस वैज्ञानिक को एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंट को गोपनीय जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, वह 2022 से उसके संपर्क में था।
महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तानी एजेंट को गोपनीय जानकारी देने के आरोप में वैज्ञानिक प्रदीप एम कुरुलकर (59) को सरकारी गोपनीयता कानून के तहत बुधवार को पुणे से गिरफ्तार किया था। बाद में वहां की एक अदालत ने वैज्ञानिक को नौ मई तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया।
जांच अधिकारियों के अनुसार यह ‘मोहपाश में फंसाने’ का मामला है।
एटीएस के एक अधिकारी ने कहा कि पुणे में डीआरडीओ की एक इकाई के निदेशक कुरुलकर को हाल ही में एक पाकिस्तानी एजेंट के साथ कथित संबंधों की जांच शुरू होने के बाद पद से हटा दिया गया था।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी की एक महिला खुफिया एजेंट ने सितंबर 2022 में व्हाट्सएप के जरिए आरोपी से संपर्क किया और तब से वे दोनों व्हाट्सएप मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में थे।
एटीएस अधिकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान कुरूलकर ने स्वीकार किया कि उसने महिला के साथ वीडियो चैटिंग की थी।
उन्होंने कहा कि आरोपी के दो मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट को जब्त कर फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है।
एटीएस ने बृहस्पतिवार को एक विज्ञप्ति में कहा था कि वैज्ञानिक को पता था कि उसके पास जो आधिकारिक गोपनीय जानकारी है, अगर वह दुश्मन देश को मिल जाती है तो इससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है, इसके बावजूद उसने जानकारी उपलब्ध कराई।
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