नयी दिल्ली, दो फरवरी सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि पिछले साल करीब 8.35 लाख जाली नोट जब्त किए गए जिनमें दो हजार रुपये गुणक के 2.44 लाख नोट शामिल थे।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने 2016 से 2020 के बीच पांच वर्षों में जब्त किए गए जाली नोटों का विवरण दिया।
पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार 2020 में 834947 जाली नोट जब्त किए गए जबकि 2019 में 2,87,404 ऐसे नोट जब्त किए गए। वर्ष 2018 में 2,57,243 और 2017 में 3,55,994 जाली नोट जब्त किए गए थे।
राय ने उन दावों का भी खंडन किया कि देश में जाली नोटों की बरामदगी में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे नोटों को जब्त किए जाने के संबंध में कोई निश्चित प्रवृति नहीं है और 2018 में जब्त किए गए नकली नोटों की संख्या 2017 की तुलना में कम थी।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) नोडल एजेंसी है जो राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में नकली नोटों की जब्ती सहित विभिन्न अपराधों के आंकड़े एकत्र करती है। एनसीआरबी अपने वार्षिक प्रकाशन 'भारत में अपराध' में इसे प्रकाशित करता है।
राय ने कहा कि सरकार जाली मुद्रा के प्रचलन से भारतीय अर्थव्यवस्था को बाधित करने के प्रयासों को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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