नयी दिल्ली, 23 जून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान माइक्रोन, एप्लाइड मैटेरियल्स और लैम रिसर्च जैसी कंपनियों की घोषणाएं एक बड़ा मील का पत्थर है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि यह देश में सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि उच्च तकनीक क्षेत्र में तीन प्रस्ताव प्रौद्योगिकी आधारित उत्पादों और सेवाओं के लिए दोनों देशों के संकल्प को मजबूत करते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि इन घोषणाओं से आपूर्ति श्रृंखला में अप्रत्यक्ष नौकरियों के अलावा कम से कम 80,000 प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होंगी।
उन्होंने कहा कि ये प्रस्ताव कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देंगे। एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) तथा उन्नत कंप्यूटिंग के क्षेत्रों में भारत और अमेरिका के बीच प्रौद्योगिकी साझेदारी को आकार देंगे।
उनकी टिप्पणी मोदी की अमेरिका यात्रा के बीच आई है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच राजनयिक, आर्थिक और व्यापार संबंधों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
चंद्रशेखर ने कहा कि दुनिया एक आर्थिक और तकनीकी शक्ति के रूप में भारत के उदय को समझती है।
माइक्रोन गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर असेंबली एवं परीक्षण संयंत्र लगाएगी, जिसपर कुल 2.75 अरब डॉलर (22,540 करोड़ रुपये) का निवेश होगा।
लैम रिसर्च ने सेमीकंडक्टर शिक्षा और कार्यबल के विकास में तेजी लाने के लिए 60,000 भारतीय इंजीनियरों को प्रशिक्षित करने की पहल की है। एप्लाइड मैटेरियल्स इंक सहयोगी इंजीनियरिंग केंद्र स्थापित करने के लिए 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी।
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