अमृतसर/डिब्रूगढ़ (असम), 11 अप्रैल अलगाववादी अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी पपलप्रीत सिंह को मंगलवार को असम के डिब्रूगढ़ लाया गया और उसे केंद्रीय जेल में रखा गया है।
अमृतपाल का ‘गुरु’ माने जाने वाले पपलप्रीत सिंह को सोमवार को अमृतसर जिले में पकड़ा गया था और उसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
उसे पंजाब पुलिस का एक दल दिल्ली से यहां लेकर आया। कड़ी सुरक्षा के बीच उसे हवाई अड्डे से डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल तक ले जाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इस बीच पंजाब के तीन वकीलों भगवंत सिंह सियालका, मनदीप सिंह सिद्धू और रोहित शर्मा ने अमृतपाल के संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के, यहां जेल में बंद आठ सदस्यों से मुलाकात की।
इससे पहले, पंजाब के अमृतसर में अधिकारियों ने बताया था कि पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) संजीव कुमार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम मंगलवार को पपलप्रीत सिंह को लेकर असम की डिब्रूगढ़ जेल के लिए रवाना हुई।
बहरहाल, अमृतपाल के संगठन के गिरफ्तार किए गए चार सदस्यों को 19 मार्च को पंजाब पुलिस ने असम भेजा था। इसके बाद 21 मार्च को अमृतपाल के रिश्तेदार हरजीत सिंह समेत तीन अन्य को करीब 2500 किलोमीटर दूर डिब्रूगढ़ जेल लाया गया था। हरजीत के खिलाफ भी रासुका के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने सोमवार को चंडीगढ़ में कहा था कि पपलप्रीत को रासुका के तहत हिरासत में लिया गया है और उसके खिलाफ छह अन्य मामले भी दर्ज हैं।
पपलप्रीत पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में होने का भी आरोप है।
पंजाब पुलिस द्वारा खालिस्तान समर्थकों और उनके सहयोगियों के खिलाफ 18 मार्च को शुरू की गई कार्रवाई के दिन से ही अमृतपाल और पपलप्रीत फरार थे। दोनों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने होशियारपुर सहित कई इलाकों में छापेमारी की ।
माना जा रहा है कि जब पुलिस ने अमृतपाल और पपलप्रीत के वाहन का पीछा किया तो वे होशियारपुर में अलग-अलग हो गए।
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