वाशिंगटन, 30 जनवरी : जॉर्डन में एक ड्रोन हमले (Drone Attack) में तीन अमेरिकी सैन्यकर्मियों की मौत के एक दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने सोमवार को कहा कि अमेरिका एक और युद्ध नहीं चाहता या तनाव को बढ़ाना नहीं चाहता, लेकिन क्षेत्र में अपनी रक्षा के लिए उसे जो भी करने की आवश्यकता होगी, वह निश्चित रूप से वह सब करेगा. व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमले में 30 से अधिक अमेरिकी सैनिक घायल भी हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से कुछ की हालत गंभीर है.
उन्होंने कहा, ‘‘ये सैनिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मिशन का हिस्सा थे, जिसका उद्देश्य आईएसआईएस का मुकाबला करने के लिए साझेदारों के साथ काम करना है. रक्षा विभाग हमले के बारे में अधिक जानकारी एकत्र कर रहा है. यह मिशन जारी रहना चाहिए और यह जारी रहेगा.’’ किर्बी ने कहा, ‘‘हम एक और युद्ध नहीं चाहते. हम तनाव बढ़ाना नहीं चाहते लेकिन क्षेत्र में अपनी रक्षा के लिए, इस मिशन को जारी रखने के लिए और इन हमलों का उचित जवाब देने के लिए जो भी करने की आवश्यकता होगी, हम निश्चित रूप से वह सब करेंगे.’’ यह भी पढ़ें : भारत एवं सिंगापुर खाद्य सुरक्षा, हरित विकास, उभरती तकनीक पर काम कर रहे हैं: भारतीय उच्चायुक्त
उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ दो बार बैठक कर चुके हैं और विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. बाइडन ने इस हमले के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों को जिम्मेदार ठहराया है. बाइडन ने कहा था कि अमेरिका ‘‘अपने चुने गए समय और तरीके से उन सभी को जवाबदेह ठहराएगा जो इस हमले के लिए जिम्मेदार हैं.’’