देश की खबरें | शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों के निर्माण पर ध्यान देना भी आवश्यक : मिश्र

जयपुर, 17 सितंबर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार को कहा कि समाज में शिक्षा जितनी जरूरी है, उतना ही संस्कारों के निर्माण पर ध्यान देना भी आवश्यक है।

राज्यपाल ने कहा कि जब कोई राष्ट्र अपनी संस्कृति और जीवन मूल्यों को बचाए रखने के साथ नई पीढ़ी को इनके लिए तैयार करने का कार्य करता है तभी उसकी सार्थकता रहती है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मनुष्य की ज्ञान संपदा में वृद्धि के साथ सभी जीवों के प्रति सम्मान का भाव जागृत करना है।

मिश्र ने कहा कि सूक्ष्म निरीक्षण, अनुभव विस्तार और निरंतर अध्ययन किसी भी विद्यार्थी को सफलताओ के शीर्ष पर पहुंचा सकता है।

मिश्र ने भरतपुर के रूपवास के ग्राम खानुआं में आदर्श विद्या मंदिर के नवनिर्मित विद्या भारती विद्यालय के नवीन भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए कहा इस दिशा में विद्या भारती संस्थान ने जो कार्य देश-विदेश में किया है, वह अनुकरणीय है।

उन्होंने कहा, “हमें आज इस तरह की ही शिक्षा पद्धति की अधिक आवश्यकता है जो व्यक्ति को शिक्षित बनाने के साथ दीक्षित भी करे।”

राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति को ’आत्मनिर्भर’ भारत के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए इसे देश के नागरिकों को उन्नत बनाने में उपयोगी बताया।

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