मुंबई, चार अप्रैल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना द्वारा हिंगोली लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार को बदलने की संभावना के बीच पार्टी के कुछ नेताओं का दावा है कि उन्हें कुछ सीटों पर नामांकन को लेकर गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
शिवसेना ने 28 मार्च को हिंगोली के मौजूदा सांसद हेमंत पाटिल को इस सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया था।
शिवसेना के एक नेता ने दावा किया कि 'महायुति' (महागठबंधन) के भीतर उनकी उम्मीदवारी का विरोध हुआ है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) भी शामिल है।
हिंगोली में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा।
बृहस्पतिवार को दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन होने के कारण पाटिल की जगह शिवसेना पदाधिकारी बाबूराव कदम कोहालिकर को उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
बुधवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कदम ने कहा, ''मुख्यमंत्री शिंदे ने मुझे चार दिन पहले मुंबई बुलाया और लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने के लिए कहा। यह पहली बार था जब मुझे संकेत मिला कि हेमंत पाटिल को हटाया जा रहा है। मैं हदगांव विधानसभा सीट (इस साल के अंत में होने वाले राज्य चुनाव के लिए) के लिए तैयारी कर रहा था क्योंकि हेमंत पाटिल के नाम की घोषणा पहले ही हो चुकी थी।''
बृहस्पतिवार को हिंगोली पहुंचे हेमंत पाटिल ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें लगता है कि उनकी उम्मीदवारी की घोषणा पहले नहीं की जानी चाहिए थी।
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